'जो लोकतंत्र का दुरुपयोग करेंगे, उन्हें ठहराया जाएगा जिम्मेदार', आतंकवाद पर PM मोदी का सख्त संदेश
भारत और ब्रिटेन (UK) के बीच ऐतिहासिक फ्री ट्रेड एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर हुए, जिससे दोनों देशों के व्यापार संबंध मजबूत होंगे. इस डील से भारतीय कपड़े, जूते, आभूषण, कृषि उत्पाद और दवाएं UK में सस्ती होंगी, जबकि भारत में ब्रिटिश मेडिकल डिवाइस जैसे उत्पाद कम कीमत पर उपलब्ध होंगे.

लंदन में भारत और यूनाइटेड किंगडम (UK) के बीच फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) पर ऐतिहासिक समझौता हुआ है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और ब्रिटिश प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने इस डील पर हस्ताक्षर किए. इस मौके पर पीएम मोदी ने जहां इसे साझा समृद्धि की दिशा में बड़ा कदम बताया, वहीं आतंकवाद के खिलाफ दोहरे मापदंड अपनाने वालों को कड़ी चेतावनी भी दी.
लोकतंत्र को कमजोर करने वालों को दी चेतावनी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि जो लोग लोकतांत्रिक आजादी का दुरुपयोग कर खुद लोकतंत्र को ही कमजोर करना चाहते हैं, उन्हें जवाबदेह ठहराना जरूरी है. आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में दोहरा मापदंड स्वीकार नहीं किया जा सकता.
उन्होंने कहा कि आतंक के खिलाफ भारत और ब्रिटेन की सोच एक जैसी है. हम प्रधानमंत्री (कीर स्टारमर) और उनकी सरकार द्वारा पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा के लिए धन्यवाद करते हैं. हम इस बात पर सहमत हैं कि आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में कोई दोहरा मापदंड नहीं होना चाहिए. जो ताकतें चरमपंथी विचारधारा फैलाती हैं, उन्हें लोकतांत्रिक स्वतंत्रता का दुरुपयोग करने की इजाजत नहीं दी जा सकती.
भारत-UK फ्री ट्रेड एग्रीमेंट को बताया ऐतिहासिक
इस समझौते को ऐतिहासिक करार देते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि ये समझौता केवल आर्थिक करार नहीं है, बल्कि ये साझा समृद्धि का एक खाका है. इस करार के तहत भारतीय वस्त्र, जूते-चप्पल, रत्न और आभूषण, सीफूड और इंजीनियरिंग उत्पादों को ब्रिटेन के बाजार में बेहतर पहुंच मिलेगी. इसके अलावा भारत के कृषि उत्पाद और प्रोसेस्ड फूड उद्योग के लिए भी नए अवसर पैदा होंगे.
किसानों, मछुआरों और MSME सेक्टर को होगा फायदा
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि इस द्विपक्षीय करार से भारत के युवा, किसान, मछुआरे और सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) क्षेत्र को बड़ा लाभ मिलेगा. वहीं, ब्रिटेन में बने कई उत्पाद, खासतौर पर मेडिकल डिवाइस अब भारतीय बाजार में सस्ते और सुलभ हो सकेंगे.
भारत-UK FTA के तहत, भारत से जेनेरिक दवाओं और मेडिकल उपकरणों जैसे एक्स-रे सिस्टम और सर्जिकल इंस्ट्रूमेंट्स के निर्यात को बड़ा प्रोत्साहन मिलेगा. इससे ना केवल व्यापार को गति मिलेगी, बल्कि स्वास्थ्य क्षेत्र में भी आम लोगों को सस्ता इलाज सुलभ हो सकेगा.


