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उत्तरकाशी हेलिकॉप्टर हादसे की जांच रिपोर्ट जारी, फाइबर ऑप्टिक केबल से टकराने से हुआ हादसा

चारधाम यात्रा के दौरान उत्तराखंड के उत्तरकाशी में हुए हेलिकॉप्टर हादसे को लेकर भारत की विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) ने प्रारंभिक जांच रिपोर्ट जारी कर दी है.रिपोर्ट के मुताबिक, यह हादसा लैंडिंग के दौरान हेलिकॉप्टर के ओवरहेड फाइबर ऑप्टिक केबल से टकरा जाने के कारण हुआ.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

उत्तराखंड के उत्तरकाशी में 8 मई को हुए दर्दनाक हेलिकॉप्टर हादसे की प्रारंभिक जांच रिपोर्ट सामने आ गई है. विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (AAIB) द्वारा जारी इस रिपोर्ट में बताया गया है कि हेलिकॉप्टर की मुख्य रोटर ब्लेड एक ओवरहेड फाइबर ऑप्टिक केबल से टकरा गई थी, जिससे पायलट सहित छह लोगों की मौत हो गई. यह हादसा उस वक्त हुआ जब पायलट इमरजेंसी लैंडिंग की कोशिश कर रहा था.

चारधाम यात्रा के तहत खरसाली से झला हेलीपैड के लिए उड़ान भरने वाला यह बेल 407 हेलिकॉप्टर NH-34 के पास आपात लैंडिंग करते समय दुर्घटनाग्रस्त हुआ. हादसे में एक यात्री गंभीर रूप से घायल हुआ है जबकि हेलिकॉप्टर पूरी तरह नष्ट हो गया.

उड़ान और हादसे का क्रम

AAIB की रिपोर्ट के मुताबिक, VT-OXF रजिस्ट्रेशन वाले इस हेलिकॉप्टर ने 8:11 बजे खरसाली हेलीपैड से उड़ान भरी थी. इसे एयरोट्रांस सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा संचालित किया जा रहा था और इसमें केवल एक पायलट मौजूद था. यह उड़ान समुद्र तल से 10,500 फीट की ऊंचाई पर निर्धारित की गई थी. उड़ान के लगभग 20 मिनट बाद, हेलिकॉप्टर ने अपनी निर्धारित ऊंचाई से नीचे आना शुरू किया. सुबह करीब 8:35 बजे, जब यह हेलिकॉप्टर गंगनानी क्षेत्र के पास NH-34 पर आपात लैंडिंग की कोशिश कर रहा था, तभी दुर्घटना घटी.

ओवरहेड केबल से टकराने से बिगड़ा नियंत्रण

AAIB के अनुसार, हेलिकॉप्टर की मुख्य रोटर ब्लेड हाईवे के किनारे लगे एक ओवरहेड फाइबर ऑप्टिक केबल से टकरा गई. इस टक्कर के बाद ब्लेड ने सड़क किनारे लगी लोहे की बैरिकेडिंग को भी नुकसान पहुंचाया. नियंत्रण खोने के बाद हेलिकॉप्टर तेजी से नीचे की ओर लुढ़कता चला गया और करीब 250 फीट गहरी खाई में जाकर एक पेड़ से टकराकर रुक गया.

जानमाल का नुकसान

इस दुर्घटना में हेलिकॉप्टर के पायलट सहित पांच अन्य यात्रियों की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि एक यात्री गंभीर रूप से घायल हो गया. राहत की बात यह रही कि हादसे के बाद हेलिकॉप्टर में आग नहीं लगी. हालांकि, एयरक्राफ्ट पूरी तरह नष्ट हो गया.

हेलिकॉप्टर की एयरवर्दीनेस और मेंटेनेंस

बेल 407 मॉडल का यह हेलिकॉप्टर 2008 में बना था और इसमें रोल्स-रॉयस का इंजन लगा था. अंतिम नियमित निरीक्षण 25 अप्रैल 2025 को किया गया था. 3 मई को टेल रोटर में एक मामूली तकनीकी खामी (सतह की त्वचा का उखड़ना) सामने आई थी, जिसे 7 मई को ठीक कर दिया गया था. AAIB ने पुष्टि की है कि हादसे के समय हेलिकॉप्टर उड़ान योग्य था.

अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों की मदद से जांच

इस हादसे की जांच में अब अमेरिका की नेशनल ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (NTSB), कनाडा की ट्रांसपोर्टेशन सेफ्टी बोर्ड (TSB) और रोल्स-रॉयस के विशेषज्ञ भी सहयोग कर रहे हैं. हादसे में क्षतिग्रस्त हुए महत्वपूर्ण हिस्सों को जांच के लिए सुरक्षित स्थान पर भेजा गया है.

आगे की जांच की दिशा

AAIB की टीम अब इस मामले में पायलट के रिकॉर्ड, विमान का लॉग, रखरखाव से जुड़ी फाइलें और क्रैश साइट की परिस्थितियों का बारीकी से विश्लेषण कर रही है. जांच का उद्देश्य यह पता लगाना है कि हेलिकॉप्टर ने इमरजेंसी लैंडिंग क्यों की और वह ऑप्टिक केबल से कैसे टकराया. इस हादसे की विस्तृत रिपोर्ट जांच पूरी होने के बाद सार्वजनिक की जाएगी.

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20 July 2025, 09:46 AM IST

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