स्टेडियम में तोड़फोड़, कुर्सियां और बोतलें फेंकी...अब लियोनल मेसी के कार्यक्रम का मुख्य आर्गेनाइजर गिरफ्तार
कोलकाता के साल्टलेक स्टेडियम में लियोन मेसी के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम में उस समय हंगामा हो गया जब हजारों प्रशंसकों को उनकी एक झलक तक नहीं मिली. मामले में मुख्य आयोजक सतद्रु दत्ता को गिरफ्तार कर एफआईआर दर्ज की गई है.

पश्चिम बंगाल : कोलकाता के प्रतिष्ठित साल्टलेक स्टेडियम में शनिवार दोपहर उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब अर्जेंटीना के महान फुटबॉलर लियोन मेसी के सम्मान में आयोजित कार्यक्रम उम्मीदों पर खरा नहीं उतर सका. मेसी की एक झलक पाने की चाह में हजारों प्रशंसक स्टेडियम पहुंचे थे, लेकिन कार्यक्रम के दौरान जब उन्हें अपने पसंदीदा खिलाड़ी को देखने का मौका तक नहीं मिला, तो नाराजगी गुस्से में बदल गई.
फैंस की उम्मीदें पर फिरा पानी
नाराज फैंस ने कुर्सियां और पानी की बोतलें फेंकी
निराशा और गुस्से के माहौल में अचानक स्थिति बिगड़ गई. नाराज दर्शकों ने स्टेडियम के भीतर कुर्सियां और पानी की बोतलें फेंकनी शुरू कर दीं. कुछ देर के लिए कार्यक्रम स्थल पूरी तरह अराजकता का शिकार हो गया. सुरक्षा व्यवस्था के बावजूद भीड़ को नियंत्रित करने में प्रशासन को खासी मशक्कत करनी पड़ी. कार्यक्रम, जो उत्सव और सम्मान के लिए आयोजित किया गया था, वह अव्यवस्था और तनाव की तस्वीर बन गया.
आयोजक सतद्रु दत्ता पर गिरी गाज
घटना के बाद प्रशासन ने सख्त रुख अपनाया. कार्यक्रम के आयोजक सतद्रु दत्ता को हिरासत में लिया गया और उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई. पुलिस का कहना है कि आयोजन से जुड़े कई पहलुओं में गंभीर लापरवाही सामने आई है. एडिशनल डायरेक्टर जनरल (लॉ एंड ऑर्डर) जावेद शमीम ने पुष्टि की कि सतद्रु दत्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूरे मामले की गहन जांच की जा रही है.
दोषी के खिलाफ होगी सख्त कार्रवाई
एडीजी जावेद शमीम ने कहा कि फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है और कानून व्यवस्था पूरी तरह बहाल कर दी गई है. उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि मामले में जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी. पुलिस प्रशासन इस बात की जांच कर रहा है कि दर्शकों को कार्यक्रम को लेकर क्या आश्वासन दिए गए थे और उनमें से किन शर्तों का पालन नहीं हुआ.
टिकट रिफंड की उठी मांग
घटना के बाद सबसे बड़ा सवाल टिकट की कीमत को लेकर खड़ा हुआ है. पुलिस अधिकारियों ने भी माना कि जिन दर्शकों को उनके टिकट के अनुरूप अनुभव नहीं मिला, उन्हें पैसा वापस किया जाना चाहिए. डीजी स्तर से यह टिप्पणी की गई कि दर्शकों के साथ न्याय होना जरूरी है और रिफंड पर गंभीरता से विचार किया जाना चाहिए.
आयोजनों की विश्वसनीयता पर सवाल
इस पूरे घटनाक्रम ने बड़े खेल आयोजनों की विश्वसनीयता पर सवाल खड़े कर दिए हैं. मेसी जैसे वैश्विक सितारे के नाम पर हुए इस कार्यक्रम से न सिर्फ फैंस की भावनाएं आहत हुईं, बल्कि आयोजन प्रबंधन की तैयारियों और पारदर्शिता पर भी गंभीर प्रश्नचिह्न लग गया. अब सभी की निगाहें जांच के नतीजों और प्रशासन की अगली कार्रवाई पर टिकी हैं.


