'सोने की दौड़ में कौन है आगे... ऑस्ट्रेलिया नंबर 1, रूस पीछे, लेकिन– भारत कहां है?'
सोने के खनन में कौन सा देश सबसे आगे है? 2023 की रिपोर्ट में बड़ा खुलासा हुआ है! ऑस्ट्रेलिया ने नंबर 1 की पोजीशन हासिल कर ली, जबकि रूस ने दूसरा स्थान लिया. लेकिन चीन, अमेरिका और दक्षिण अफ्रीका की क्या स्थिति है? और भारत इस लिस्ट में कहां खड़ा है? जानिए कौन बना सोने का सबसे बड़ा खिलाड़ी और किस देश को झटका लगा! पूरी खबर पढ़ें

Gold Race: सोना न सिर्फ एक कीमती धातु है, बल्कि यह किसी भी देश की आर्थिक स्थिरता का मजबूत आधार भी होता है. आर्थिक संकट के समय सोने के भंडार वाले देशों को इसका सीधा फायदा मिलता है. दुनिया में कई देश हैं जो बड़े पैमाने पर सोने का खनन करते हैं और इससे अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाते हैं. साल 2023 में किन देशों ने सबसे ज्यादा सोना निकाला? कौन सा देश इस दौड़ में सबसे आगे रहा? आइए जानते हैं.
ऑस्ट्रेलिया नंबर वन, रूस दूसरे स्थान पर
आईडीआर की 2023 की रिपोर्ट के मुताबिक, ऑस्ट्रेलिया इस साल दुनिया का सबसे बड़ा सोना उत्पादक देश बना. उसने कुल 12,000 टन सोना निकाला. खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया की जीडीपी में सोने का योगदान 8 प्रतिशत है, जो इसकी अर्थव्यवस्था में सोने की अहमियत को दिखाता है.
वहीं, रूस 11,100 टन के साथ दूसरे नंबर पर रहा. रूस 2010 से ही यूरोप का सबसे बड़ा सोने का आपूर्तिकर्ता बना हुआ है. खास बात यह है कि रूसी सरकार, खुद राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के नेतृत्व में, सोने की एक बड़ी खरीदार बनी हुई है.
चीन और अमेरिका की टक्कर, दोनों ने बराबर उत्पादन किया
चीन और अमेरिका दोनों ने साल 2023 में 3,000 टन सोने का उत्पादन किया. चीन में पर्यावरण नियमों के चलते खनन उद्योग पर असर पड़ा, लेकिन इसके बावजूद वह इस सूची में बना रहा. वहीं, अमेरिका में नेवादा और कोलोराडो प्रमुख खनन केंद्र बने रहे.
दक्षिण अफ्रीका – खनन गिरा, पर अभी भी टॉप पर
दक्षिण अफ्रीका, जो कभी सोने का सबसे बड़ा उत्पादक देश था, अब 5,000 टन के उत्पादन के साथ पीछे खिसक गया है. हालांकि, यह अभी भी अफ्रीका का सबसे बड़ा सोने का उत्पादक देश बना हुआ है. यहां की ईस्ट रैंड खदान, जो दुनिया की सबसे गहरी खदानों में से एक है (3,585 मीटर गहरी), सोने के खनन का प्रमुख केंद्र है.
इंडोनेशिया और ब्राज़ील भी रेस में
इंडोनेशिया ने 2,600 टन सोना निकाला, जो मुख्य रूप से पापुआ की ग्रासबर्ग खदान से आया. यह खदान दुनिया के सबसे बड़े सोने के भंडारों में गिनी जाती है. ब्राजील ने 2,400 टन सोना उत्पन्न किया. हालांकि, इस देश को अवैध खनन और वनों की कटाई जैसी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जिससे इसकी सोने की इंडस्ट्री पर असर पड़ रहा है.
भारत इस लिस्ट में कहां है?
रिपोर्ट में भारत का जिक्र नहीं किया गया है क्योंकि भारत में सोने का खनन बहुत सीमित है. भारत मुख्य रूप से सोने का आयात करता है और इसे अपनी अर्थव्यवस्था के लिए बेहद अहम मानता है.
सोना क्यों है इतना जरूरी?
सोना सिर्फ एक आभूषण नहीं, बल्कि देशों के लिए आर्थिक मजबूती का भी बड़ा जरिया है. मुश्किल वक्त में सोने के भंडार किसी भी देश को संकट से उबार सकते हैं. यही वजह है कि हर देश अपने सोने के उत्पादन और भंडारण पर खास ध्यान देता है. अब देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले सालों में कौन सा देश सोने के उत्पादन में नंबर 1 की पोजीशन बरकरार रखता है!


