दुनिया में तेजी से बढ़ रहा है Double Date का ट्रेंड, लड़कियां क्यों कर रही हैं इसे पसंद... क्या आप जानते हैं इसकी वजह?
मॉडर्न डेटिंग में डबल डेट का ट्रेंड तेजी से बढ़ रहा है, खासकर महिलाओं के बीच. दो कपल साथ समय बिताकर एक-दूसरे के व्यवहार, रिश्तों और दृष्टिकोण को बेहतर समझ पाते हैं. यह अनुभव पार्टनर की सामाजिक छवि और रिलेशनशिप डायनामिक्स को जानने का मौका देता है.

आज के समय में डेटिंग संस्कृति तेजी से बदल रही है और इसके साथ ही नए-नए ट्रेंड्स युवाओं के बीच चर्चा का विषय बने रहते हैं. इन्हीं में से एक ट्रेंड है डबल डेट, जिसमें दो कपल एकसाथ समय बिताते हैं. टिंडर की इयर इन स्वाइप 2025 रिपोर्ट बताती है कि यह ट्रेंड खासकर महिलाओं के बीच तेजी से लोकप्रिय हो रहा है. डबल डेट न केवल मनोरंजन का तरीका है, बल्कि यह रिश्तों की गहराई को समझने का अवसर भी प्रदान करता है.
महिलाएं डबल डेट को क्यों पसंद करती हैं
महिलाओं को खुलकर बात करने का अवसर देता है
इसके साथ ही, यदि दूसरा कपल भी उनका दोस्त है, तो उनकी नजरों से अपने रिश्ते को समझने का मौका मिलता है. यह महिलाओं को भावनात्मक रूप से खुलकर बात करने का अवसर देता है, जिससे रिश्ते में संवाद बेहतर होता है. डबल डेट पर दूसरे कपल का डायनामिक देखने से वे अपने और पार्टनर के रिश्ते में सुधार के बिंदु भी पहचान पाती हैं.
अधिक लोगों के साथ अनुभव और भी मजेदार
हालाँकि कपल अकेले भी अच्छा समय बिता सकते हैं, लेकिन ज्यादा लोगों के साथ बाहर जाना माहौल को और जीवंत बना देता है. सिंगल दोस्तों के साथ आउटिंग कभी-कभी असहज हो सकती है क्योंकि वे कपल की परिस्थितियों से आसानी से रिलेट नहीं कर पाते. वहीं डबल डेट में दोनों कपल एक-दूसरे के अनुभवों से जुड़ पाते हैं, कपल एक्टिविटीज़ कर सकते हैं और साथ मिलकर यादगार पल बना सकते हैं. यह आपसी समझ और सामंजस्य को भी मजबूत करता है.
डबल डेट्स की संभावित चुनौतियां
हालाँकि यह ट्रेंड रोमांचक लगता है, लेकिन इसके साथ कुछ जटिलताएँ भी जुड़ी हो सकती हैं. यदि एक कपल अत्यंत खुश और संतुलित दिखे, जबकि दूसरा किसी समस्या से जूझ रहा हो, तो माहौल असहज हो सकता है. कई बार कपल्स एक-दूसरे की तुलना शुरू कर देते हैं, जिससे जलन या असुरक्षा की भावना बढ़ सकती है. ऐसा भी हो सकता है कि डबल डेट के बाद कपल अपने रिश्ते की खामियों पर ज़रूरत से ज़्यादा ध्यान देने लगें और उनके बीच दूरी बढ़ जाए. इसीलिए डबल डेट का अनुभव हमेशा सकारात्मक हो, यह जरूरी नहीं है.


