भारत में इस बार समय से पहले होगी सर्दी की एंट्री? जानिए क्या कहते हैं विशेषज्ञ
उत्तर भारत में सर्दी जल्दी प्रवेश करने की उम्मीद है, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में बर्फबारी और दिल्ली सहित मैदानों में बारिश व तापमान में गिरावट दर्ज की गई.

North India weather: उत्तर भारत में सर्दी जल्दी प्रवेश करने की उम्मीद है. हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के ऊंचे इलाकों में बर्फ की चादर बिछ चुकी है, जबकि दिल्ली और उत्तरी मैदानों में बारिश के साथ तापमान में तेज गिरावट दर्ज की गई है. अचानक इस मौसम परिवर्तन ने मौसम को सामान्य से पहले ही ठंडा और नम बना दिया है, जो इस सीजन की पहली व्यापक ठंड और बारिश की शुरुआत है.
श्रीनगर स्थित मौसम केंद्र के अनुसार, सोमवार को ऊंचे इलाकों में बर्फ गिरने के बाद रात भर बर्फबारी जारी रही. वहीं, जम्मू-कश्मीर के मैदानी क्षेत्रों में मध्यम से भारी बारिश हुई.
हिमाचल प्रदेश में लगातार तीसरे दिन बर्फबारी
हिमाचल प्रदेश के ऊंचे क्षेत्रों में मंगलवार को लगातार तीसरे दिन बर्फबारी हुई. मध्य और निचले पहाड़ी क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश ने दिन के तापमान को काफी घटा दिया.
IMD का मौसम पूर्वानुमान
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने अक्टूबर में ज्यादातर हिस्सों में सामान्य से ज्यादा बारिश का अनुमान जताया है. इस महीने में लंबी अवधि के औसत (LPA) 75.4 मिमी के मुकाबले लगभग 115% बारिश होने की संभावना है. अधिकतम तापमान अधिकांश हिस्सों में सामान्य से ऊपर रहने की संभावना है, सिवाय कुछ केंद्रीय और दक्षिणी क्षेत्रों के.
उत्तर-पूर्वी मानसून (अक्टूबर–दिसंबर) भी सामान्य से अधिक वर्षा ला सकता है, खासकर तमिलनाडु, केरल, तटीय आंध्र प्रदेश और आसपास के क्षेत्रों में, जहां बारिश लंबी अवधि के औसत से 112% ज्यादा हो सकती है.
'ला नीना' और मौसमी परिस्थितियों का प्रभाव
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान मौसम गतिविधियां और आगामी मौसम प्रवृत्तियां ला नीना की बदलती परिस्थितियों से जुड़ी हैं, जिसमें मध्य और पूर्वी प्रशांत महासागर की सतह के तापमान में गिरावट शामिल है. वर्तमान में Neutral ENSO स्थितियां बनी हुई हैं, लेकिन अक्टूबर-दिसंबर के बीच ला नीना विकसित होने की संभावना 71% है, अमेरिकी नेशनल ओशनिक एंड एटमॉस्फेरिक एडमिनिस्ट्रेशन के अनुसार.
IMD के महानिदेशक M मोहनपात्रा ने कहा कि सामान्यतः ला नीना सर्दियों में सामान्य से कम तापमान लाती है. हालांकि, मॉडल्स के अनुसार अक्टूबर में अधिकांश हिस्सों में तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा. कमजोर ला नीना स्थितियां पोस्ट-मॉनसून सीजन के दौरान विकसित होने की संभावना है.
समुद्री परिस्थितियां और आगे का मौसम
वर्तमान में Neutral Indian Ocean Dipole (IOD) स्थितियां बनी हुई हैं. पूर्वानुमान के अनुसार पोस्ट-मॉनसून महीनों तक यह स्थिर रहेगी. अधिकांश भारतीय महासागर क्षेत्र में समुद्र सतह का तापमान औसत से ज्यादा देखा जा रहा है. मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, यह शुरुआती ठंड और व्यापक वर्षा संकेत देती है कि उत्तर भारत में आने वाले समय में ठंडा और गीला मौसम आ सकता है.


