'योगी साहब जितनी गालियां दें, फर्क नहीं पड़ता' – ममता बनर्जी का पलटवार!
महाकुंभ को लेकर बयानबाज़ी तेज़ हो गई है! ममता बनर्जी की 'मृत्यु कुंभ' टिप्पणी पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने गिद्ध और सुअर वाला तंज कसा, तो अब ममता ने भी पलटवार कर दिया है. उन्होंने कहा कि उनकी बातों को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया और झूठ फैलाया जा रहा है. उन्होंने योगी पर सवाल उठाते हुए कहा कि कुंभ में जिन परिवारों ने अपनों को खोया, उन्हें न्याय मिलना चाहिए. अब इस बयानबाज़ी से सियासी माहौल और गरमा गया है. आखिर ममता के बयान पर बवाल क्यों मचा? और योगी ने क्या कहा था? जानिए पूरी खबर!

New Delhi: प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ को लेकर राजनीति गरमा गई है. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बीच तीखी बयानबाजी जारी है.
ममता बनर्जी के 'मृत्यु कुंभ' वाले बयान पर योगी आदित्यनाथ ने पलटवार करते हुए कहा था कि 'गिद्धों को लाशें मिलीं, सुअरों को गंदगी मिली, जबकि श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली.' इस बयान के बाद ममता बनर्जी ने भी करारा जवाब दिया. उन्होंने कहा कि उनके बयान को गलत तरीके से पेश किया गया है और उनकी नीयत पर सवाल उठाना गलत है.
ममता बनर्जी का जवाब: 'गालियां देकर कुछ नहीं होगा'
ममता बनर्जी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा, 'योगी जी मुझे जितनी भी गालियां दें, मुझे कोई फर्क नहीं पड़ता. मैं एक मुख्यमंत्री के रूप में उनका सम्मान करती हूँ, लेकिन सरकार की ज़िम्मेदारी होती है कि जो परिवार प्रभावित हुए हैं, उन्हें न्याय मिले. पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट तक नहीं दी गई, मृत्यु प्रमाण पत्र नहीं दिया गया, और मुआवजा देने की बात की गई लेकिन दिया नहीं गया.'
'144 साल वाला प्रचार क्यों?'
ममता बनर्जी ने योगी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि महाकुंभ को लेकर 144 साल पुरानी परंपरा का प्रचार करने की जरूरत नहीं है. उन्होंने कहा, 'कुंभ 2014 में भी हुआ था, तब ऐसा प्रचार क्यों नहीं किया गया?' साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि बड़ी भीड़ वाले आयोजनों की योजना सही से बनानी चाहिए ताकि अव्यवस्था न फैले.
'मेरे बयान को तोड़-मरोड़ कर पेश किया गया'
ममता बनर्जी ने सफाई देते हुए कहा कि उनके 'मृत्यु कुंभ' वाले बयान का गलत मतलब निकाला गया. उन्होंने कहा, 'मैंने अपने जीवन में कभी किसी धर्म का अपमान नहीं किया है और न ही करूंगी. कुछ लोग इसे तोड़-मरोड़कर पेश कर रहे हैं और झूठ फैला रहे हैं.'
'बंगाल में भी होते हैं भीड़ वाले आयोजन'
ममता बनर्जी ने कहा कि बंगाल में भी गंगासागर मेला और दुर्गा पूजा जैसे बड़े आयोजन होते हैं. 'हम इन आयोजनों के लिए महीनों तक तैयारी करते हैं, कई दिनों तक जागकर काम करते हैं ताकि लोगों को कोई परेशानी न हो.' उन्होंने कहा कि भीड़ के प्रबंधन के लिए सटीक योजना जरूरी होती है.
क्या बोले योगी आदित्यनाथ?
योगी आदित्यनाथ ने विधानसभा में कहा था कि 'गिद्धों को लाशें मिलीं, सुअरों को गंदगी मिली, संवेदनशील लोगों को रिश्तों की खूबसूरत तस्वीर मिली, व्यापारियों को कारोबार मिला, श्रद्धालुओं को साफ-सुथरी व्यवस्था मिली.' उनके इस बयान के बाद ही ममता बनर्जी ने तीखा पलटवार किया.
महाकुंभ पर बढ़ती राजनीति
महाकुंभ एक धार्मिक आयोजन है, लेकिन इस बार इसे लेकर सियासी बयानबाजी चरम पर है. ममता बनर्जी और योगी आदित्यनाथ के बीच बयान युद्ध जारी है, लेकिन असली मुद्दा यह है कि क्या कुंभ की तैयारियों में कोई खामी थी? क्या ममता बनर्जी के आरोप सही हैं या सिर्फ राजनीति का हिस्सा हैं? यह देखना दिलचस्प होगा कि इस बहस का अंत कहां जाकर होगा.


