'पीएम मोदी का सम्मान करना गर्व की बात', अमेरिकी खुफिया एजेंसी की निदेशक तुलसी गबार्ड के बयान से लगेगी विपक्ष को मिर्ची
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिका का दौरा किया था. इस दौरान उनका स्वागत भारतीय मूल की तुलसी गबार्ड ने किया. गबार्ड ने कहा कि भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करना सम्मान की बात है. मैं अमेरिका-भारत मैत्री को और मजबूत बनाने के लिए तत्पर हूं.

हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका गए थे. यहां उनका जोरदार स्वागत किया गया. ट्रंप के दूसरे कार्यकाल संभालने के बाद यह उनका पहला दौरा था. अमेरिका की राष्ट्रीय खुफिया निदेशक (डीएनआई) तुलसी गबार्ड ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करना सम्मान की बात है और वह दोनों देशों के बीच मित्रता को मजबूत करने की दिशा में काम करने को लेकर तत्पर हैं. मोदी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ द्विपक्षीय बैठक के लिए अमेरिका पहुंचे थे और इसके कुछ घंटों बाद ही गबार्ड ने मोदी से मुलाकात की थी.
गबार्ड ने ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का अमेरिका में स्वागत करना सम्मान की बात है. मैं अमेरिका-भारत मैत्री को और मजबूत बनाने के लिए तत्पर हूं.’’ गबार्ड से मुलाकात के बाद मोदी ने उन्हें भारत-अमेरिका मित्रता की ‘‘प्रबल समर्थक’’ बताया.
It was an honor to welcome India’s Prime Minister @narendramodi back to the United States, and look forward to continuing to strengthen the US-India friendship. https://t.co/72UW3SusOV
— Tulsi Gabbard 🌺 (@TulsiGabbard) February 14, 2025
मोदी ने बुधवार को ‘एक्स’ पर पोस्ट किया, ‘‘वाशिंगटन में अमेरिकी राष्ट्रीय खुफिया निदेशक तुलसी गबार्ड से मुलाकात की. उनकी नियुक्ति पर उन्हें बधाई दी. भारत-अमेरिका मित्रता के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की, जिसकी वह हमेशा से प्रबल समर्थक रही हैं.’’ चर्चा में आतंकवाद, साइबर सुरक्षा और उभरते खतरों से निपटने के लिए खुफिया सहयोग बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित किया गया. सीनेट की ओर से गबार्ड की नियुक्ति की पुष्टि के बाद बुधवार को उन्हें ओवल ऑफिस में राष्ट्रीय खुफिया निदेशक पद की शपथ दिलाई गई.
तुलसी गबार्ड के बारे में जानें
तुलसी गबार्ड खुद को हिंदू बताती हैं लेकिन वह भारतीय मूल की नहीं हैं. उनकी मां ने हिंदू धर्म अपनाया था. अब तुलसी हिंदू धर्म का पालन करती हैं. दरअसल, तुलसी गबार्ड की मां हिंदू धर्म का पालन करती रही हैं जबकि पिता समोआ से हैं.
हिंदू धर्म से गहरा जुड़ाव होने के कारण ही उनका नाम तुलसी रखा गया. गबार्ड की शादी सिनेमैटोग्राफर अब्राहम विलियम्स से हुई है. उनके पिता माइक गैबर्ड हवाई प्रांत के सीनेटर हैं, जबकि मां कैरोल पोर्टर गैबर्ड शिक्षाविद् एवं उद्यमी हैं.
तुलसी डेमोक्रेटिक पार्टी से चार बार सांसद रह चुकी हैं. तुलसी बाइडेन की डेमोक्रेटिक पार्टी में भी नेता रह चुकी हैं. तुलसी लेफ्टिनेंट कर्नल के तौर पर ईराक युद्ध में लड़ चुकी हैं और वे अमेरिकी आर्मी रिजर्विस्ट भी रही हैं.


