प्रधानमंत्री की हत्या के बाद यमन की राजधानी में हूतियों ने UN कार्यालयों पर मारा छापा, कर्मचारियों को हिरासत में लिया
यमन की राजधानी सना में ईरान समर्थित हूती विद्रोहियों ने संयुक्त राष्ट्र की एजेंसियों WFP और यूनिसेफ के कार्यालयों पर छापा मारकर एक कर्मचारी को हिरासत में ले लिया. कई अन्य से संपर्क टूट गया है. इस कार्रवाई से यमन में मानवीय सहायता प्रभावित हुई है, जिससे देश में संकट और गहराया है.

Yemen conflict: यमन की राजधानी सना में रविवार को ईरान समर्थित हूती आतंकवादियों ने संयुक्त राष्ट्र की दो प्रमुख एजेंसियों विश्व खाद्य कार्यक्रम (WFP) और यूनिसेफ के कार्यालयों पर अचानक छापेमारी की. इस दौरान कम से कम एक संयुक्त राष्ट्र कर्मचारी को हिरासत में लिया गया, जबकि अन्य कई कर्मचारियों से संपर्क टूट गया है.
यूनिसेफ कार्यालयों का घेराव
WFP प्रवक्ता अबीर एतेफा ने बताया कि हूती सुरक्षा बलों ने रविवार सुबह उनके कार्यालयों में घुसपैठ की. एक गुमनाम यूएन और हूती सूत्र के अनुसार, यह कार्रवाई यूनिसेफ कार्यालयों पर भी की गई. यूनिसेफ प्रवक्ता अम्मार अम्मार ने कहा कि सना कार्यालयों में स्थिति अभी भी बनी हुई है, लेकिन उन्होंने और कोई विस्तार नहीं किया. इसके अलावा, कई अन्य यूएन कर्मियों से संपर्क टूट गया है, जिससे आशंका है कि उन्हें भी हिरासत में किया गया हो सकता है.
बेकाबू महिलाएं?
ये छापेमारी विद्रोही क्षेत्रों में यूएन और अन्य अंतरराष्ट्रीय संगठनों पर हूतियों की लम्बी कार्रवाई का नवीनतम अध्याय हैं. पूर्व में भी कई यूएन कर्मचारी, सहायता कार्यकर्ता और बंद हो चुके अमेरिकी दूतावास से जुड़े लोग घेर लिए गए थे. इस साल की शुरुआत में आठ यूएन कर्मचारियों को हिरासत में लिए जाने के बाद, सादा क्षेत्र में यूएन ने काम अस्थायी रूप से रोक दिया था.
पहले भी हो चुका है हमला
यह पहली बार नहीं है जब हूतियों ने यूएन कर्मियों को हिरासत में लिया हो. पिछली घटनाओं में कई कर्मचारियों को हिरासत में लिया गया, और कुछ की हिरासत में मृत्यु तक हुई है. ह्यूमन राइट्स वॉच की रिपोर्ट के अनुसार, मई 2024 से अब तक 13 यूनाइटेड नेशंस स्टाफ सदस्य और कई एनजीओ कर्मी जबरन गायब किए गए हैं. यह एक राजनीतिक उपकरण के रूप में इस्तेमाल किया गया है. यूएन महासचिव एंटोनियो गुटेरस ने इस कार्रवाई की निंदा की है और सभी हिरासत में लिए गए कर्मचारियों की तत्काल और बिना शर्त रिहाई की मांग की है.
मानवीय सहायता पर प्रतिकूल प्रभाव
यह सब यमन में पहले से ही बिखरे हालात को और बदतर बना रहा है. वैश्विक खाद्य कार्यक्रम (WFP) ने हूती क्षेत्र में गोदाम लूट जाने के बाद अपनी खाद्य आपूर्ति और वितरण निलंबित कर दी है. इस गोदाम में लगभग 1.6 मिलियन डॉलर की सामग्री जब्त की गई थी. साथ ही, जुलाई की गतिविधियों के बाद, यूएन ने सादा क्षेत्र में अपनी सभी गतिविधियों और प्रोग्राम को अस्थायी रूप से रोक दिया था ताकि हिरासत में लिए गए कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.
यमन में संकट गहराया
वर्तमान गृहयुद्ध और राजनीतिक संघर्ष यमन को विश्व का सबसे बड़ा मानवीय संकट उपहार दे गया है. लाखों लोग भूख, बीमारी और प्रवासन की त्रासदी से सामना कर रहे हैं. इस बीच, हूती अधिकारी अक्सर यून और अन्य एजेंसियों को अपने क्षेत्रों में पहुंचने से रोकते हैं, जिससे सहायता के प्रयास तबाह हो जाते हैं.


