भारत विरोधी रुख दिखा रहा अजरबैजान, फंसे यात्रियों को नहीं मिल रही मदद
मंगलुरु का एक परिवार छुट्टियां मनाकर लौट रहा था, लेकिन 'ऑपरेशन सिंदूर' के चलते फ्लाइट रद्द हो गई और अब वे बाकू एयरपोर्ट पर फंसे हुए हैं. अजरबैजान एयरलाइंस की मुंबई जाने वाली उड़ान में उन्हें लौटना था, मगर अब यह यात्रा उनके लिए एक बड़ी मुसीबत बन गई है.

भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के बीच, भारतीय नागरिकों के लिए एक अप्रत्याशित संकट उत्पन्न हो गया है. भारत द्वारा 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकवादी ठिकानों पर किए गए हवाई हमलों के बाद, पाकिस्तान ने अपनी वायुसीमा को बंद कर दिया. इस कदम का असर भारतीय नागरिकों पर पड़ा, जिनमें से कई अजरबैजान की राजधानी बाकू में फंसे हुए हैं.
करीब 250 भारतीय नागरिकों को लेकर एक विमान, जो पाकिस्तान के हवाई क्षेत्र से गुजरते हुए भारत आ रहा था, को पाकिस्तान की वायुसीमा बंद होने के कारण वापस लौटना पड़ा. यह विमान अब बाकू में अजरबैजान एयरपोर्ट पर खड़ा है, और यात्रियों को कोई सहायता नहीं मिल रही है. इनमें से कई यात्री, जैसे महाराष्ट्र के यवतमाल से दो लोग, कर्नाटक के मंगलुरु का एक परिवार, और दिल्ली, गुजरात जैसे विभिन्न राज्यों के नागरिक शामिल हैं.
अजरबैजान की प्रतिक्रिया
अजरबैजान ने 'ऑपरेशन सिंदूर' की निंदा की है और पाकिस्तान के पक्ष में बयान दिए हैं. अजरबैजान के अधिकारियों ने कश्मीर मुद्दे पर पाकिस्तान का समर्थन किया है और भारतीय कार्रवाई की आलोचना की है. इससे भारतीय नागरिकों के लिए अजरबैजान में सहायता प्राप्त करना और भी कठिन हो गया है.
यात्रियों की स्थिति
यात्रियों ने बताया कि एयरपोर्ट पर उन्हें न तो उचित भोजन मिल रहा है, न ही ठहरने की व्यवस्था है. कुछ यात्रियों ने सोशल मीडिया पर अपनी स्थिति साझा की है, जिसमें उन्होंने बताया कि वे एयरपोर्ट पर फर्श पर सोने को मजबूर हैं और कोई भी अधिकारी उनकी मदद के लिए उपलब्ध नहीं है.
भारत सरकार की भूमिका
भारत सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है और अजरबैजान सरकार से संपर्क कर रही है. हालांकि, अजरबैजान की प्रतिक्रिया सीमित रही है, जिससे यात्रियों की स्थिति में कोई सुधार नहीं हुआ है.


