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गाजा में सहायता लेने जा रहे नागरिकों पर हमला, 31 की मौत, 150 से अधिक घायल

गाजा के राफाह क्षेत्र में एक दुखद घटना में 31 लोगों की मौत हो गई. साथ ही 150 से अधिक घायल हो गए. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों के अनुसार, घटना उस समय हुई जब बड़ी संख्या में लोग मानवीय सहायता प्राप्त करने के लिए एक वितरण स्थल की ओर बढ़ रहे थे.

Suraj Mishra
Edited By: Suraj Mishra

गाजा पट्टी के राफाह क्षेत्र में रविवार को एक दुखद घटना में कम से कम 31 लोगों की जान चली गई और 150 से अधिक घायल हो गए. स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों और प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, यह घटना उस समय हुई जब बड़ी संख्या में लोग मानवीय सहायता प्राप्त करने के लिए एक वितरण स्थल की ओर जा रहे थे. गवाहों का दावा है कि इज़रायली सेना ने उस भीड़ पर गोलीबारी की जो सहायता केंद्र से लगभग एक किलोमीटर दूर थी.

इज़रायली सेना का बयान

इज़रायली सेना ने इस पर संक्षिप्त बयान देते हुए कहा कि उन्हें फिलहाल इस बात की कोई जानकारी नहीं है कि उनकी गोलीबारी की वजह से सहायता केंद्र में लोग हताहत हुए हों. सेना ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है.

जिस सहायता केंद्र के पास यह घटना हुई, उसका संचालन एक ऐसे फाउंडेशन द्वारा किया जा रहा है जिसे इज़रायल और अमेरिका का समर्थन प्राप्त है. इस संस्था ने दावा किया है कि रविवार को उसने बिना किसी बाधा के 16 ट्रक सहायता सामग्री वितरित की. संस्था ने पिछले घटनाक्रमों में हुई अराजकता और गोलीबारी की रिपोर्टों को भी गलत बताया.

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने क्या बताया? 

गाजा के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि रविवार की घटना में 31 लोगों की मौत हुई और 170 से अधिक घायल हुए हैं. वहीं, इससे पहले सप्ताह में फाउंडेशन की सहायता प्रणाली के शुरू होने के बाद भी कई घटनाओं में लोग मारे गए थे. अनुमान के अनुसार पहले से ही कम से कम छह लोग मारे गए थे और दर्जनों घायल हुए थे.

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि रविवार की सुबह हज़ारों लोग सहायता पाने के लिए दक्षिणी गाजा में स्थित वितरण स्थल की ओर बढ़े. जब भीड़ लगभग एक किलोमीटर दूर एक गोलचक्कर पर पहुंची, तो इज़रायली सेना ने गोलीबारी शुरू कर दी. चश्मदीदों का कहना है कि गोलियां टैंकों, ड्रोनों और नौसेना के जहाजों से दागी गईं.

अम्र अबू तेइबा नामक व्यक्ति ने बताया कि उन्होंने कम से कम 10 शव और अनेक घायल देखे. कुछ घायलों को गाड़ियों की मदद से फील्ड अस्पतालों तक पहुंचाया गया. डॉक्टरों के अनुसार, अधिकांश घायलों को सिर, छाती और गर्दन में गोली लगी थी. नासेर अस्पताल में 24 लोग आईसीयू में भर्ती हैं जबकि 28 शव अस्पताल लाए गए हैं.

एक अन्य चश्मदीद इब्राहिम अबू सऊद ने बताया कि गोलीबारी लगभग 300 मीटर की दूरी से की गई. उन्होंने एक युवक को गोली लगने से मरते देखा, जिसकी मदद भी नहीं की जा सकी. मोहम्मद अबू तेइमा नामक व्यक्ति ने बताया कि इज़रायली सैनिकों ने उनके चचेरे भाई और एक महिला पर गोलियाँ चलाईं, जिससे चचेरे भाई की छाती में गोली लगी और वह गंभीर रूप से घायल हो गया.

नई सहायता प्रणाली की आलोचना 

संयुक्त राष्ट्र और प्रमुख सहायता संगठनों ने इज़रायल और अमेरिका द्वारा समर्थित इस नई सहायता प्रणाली की आलोचना की है. उनका कहना है कि यह मानवीय सिद्धांतों के विरुद्ध है क्योंकि इससे इज़रायल को यह तय करने की शक्ति मिल जाती है कि कौन सहायता प्राप्त करेगा. साथ ही यह लोगों को खतरनाक क्षेत्रों में जाने के लिए मजबूर करता है.

संयुक्त राष्ट्र ने चेतावनी दी है कि गाजा में हालात तेजी से बदतर हो रहे हैं और अगर जल्द ही पर्याप्त सहायता नहीं पहुंचाई गई, तो अकाल जैसी स्थिति पैदा हो सकती है. यह संघर्ष 7 अक्टूबर, 2023 को शुरू हुआ जब हमास के आतंकवादियों ने इज़रायल पर हमला किया. तब से अब तक गाजा में 54,000 से अधिक लोग मारे जा चुके हैं. इनमें अधिकतर महिलाएं और बच्चे हैं. इस युद्ध ने गाजा के अधिकांश इलाकों को तबाह कर दिया है और लाखों लोगों को बेघर कर दिया है.

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01 June 2025, 11:39 PM IST

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