ड्रिल, टैरिफ और माफी... ट्रंप के पहले दिन के 10 बड़े धमाके
डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति बनने के पहले ही दिन कई चौंकाने वाले फैसले लेने की कसम खाई है. उनके प्लान में प्रवासियों के खिलाफ कड़े कदम, तेल उत्पादन बढ़ाने का वादा और अमेरिका को फिर से मजबूत बनाने के बड़े दावे शामिल हैं. लेकिन क्या वे इन सबको सच कर पाएंगे? जानिए, इन वादों के पीछे की पूरी कहानी.

Trump's Bold Agenda: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप, जो अब 2024 में राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार हैं, ने अपने संभावित दूसरे कार्यकाल के पहले दिन कई महत्वपूर्ण कार्यकारी आदेश लागू करने का वादा किया है. ट्रंप का एजेंडा न केवल महत्वाकांक्षी है, बल्कि विवादों से भी भरा हुआ है. उनके वादों से जहां समर्थकों में उत्साह है, वहीं आलोचकों में बेचैनी. आइए जानते हैं उनके 10 बड़े वादे:
1. अमेरिका के इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन कार्यक्रम
ट्रंप ने घोषणा की है कि वे पहले दिन से ही बिना दस्तावेज वाले प्रवासियों को देश से बाहर निकालने के लिए एक बड़ा कार्यक्रम शुरू करेंगे. उनका दावा है कि यह अमेरिकी इतिहास का सबसे बड़ा निर्वासन अभियान होगा. हालांकि, इस वादे ने आव्रजन अधिवक्ताओं के बीच चिंता बढ़ा दी है.
2. जन्मसिद्ध नागरिकता पर प्रहार
14वें संशोधन के तहत मिलने वाले जन्मसिद्ध नागरिकता के अधिकार को खत्म करने की भी ट्रंप ने कसम खाई है. विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम कानूनी और तार्किक चुनौतियों का सामना करेगा. ट्रंप ने कहा है कि वे इसे तुरंत लागू करेंगे.
3. कैपिटल हिल दंगाइयों को क्षमा
6 जनवरी 2021 को कैपिटल पर हमले में शामिल आरोपियों को क्षमा करने का वादा ट्रंप के एजेंडे में प्रमुख है. उन्होंने इस मुद्दे पर त्वरित निर्णय लेने की बात कही है. हालांकि, यह कदम उनके आलोचकों द्वारा कानून के शासन को कमजोर करने वाला माना जा रहा है.
4. रूस-यूक्रेन युद्ध का अंत
ट्रंप ने दावा किया है कि वे 24 घंटे के भीतर रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त कर सकते हैं. उनके अनुसार, पुतिन और ज़ेलेंस्की दोनों के साथ उनके अच्छे संबंध हैं, जो इस मुद्दे को हल करने में मदद करेंगे.
5. मैक्सिको और कनाडा पर टैरिफ
ट्रंप ने मैक्सिको और कनाडा से आयातित उत्पादों पर 25% टैरिफ लगाने का वादा किया है. उनका कहना है कि यह कदम अमेरिका की खुली सीमाओं को नियंत्रित करने में मदद करेगा. हालांकि, अर्थशास्त्रियों का मानना है कि इससे अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.
6. बिडेन के इलेक्ट्रिक वाहन जनादेश को खत्म करना
2030 तक शून्य-उत्सर्जन वाले वाहनों के बिडेन प्रशासन के लक्ष्य को ट्रंप ने "इलेक्ट्रिक वाहन जनादेश" कहा और इसे रद्द करने का वादा किया है.
7. तेल उत्पादन बढ़ाने का वादा
'ड्रिल, ड्रिल, ड्रिल' का नारा देते हुए ट्रंप ने अमेरिका में तेल की ड्रिलिंग बढ़ाने का वादा किया है. उनका दावा है कि इससे ऊर्जा लागत में भारी कमी आएगी, लेकिन पर्यावरणविद इससे सहमत नहीं हैं.
8. महिला खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों पर प्रतिबंध
ट्रंप ने महिला खेलों में ट्रांसजेंडर एथलीटों की भागीदारी पर रोक लगाने की बात कही है. उनके इस रुख से LGBTQ+ समुदाय में आक्रोश है.
9. लिंग-पुष्टि देखभाल प्रथाओं पर रोक
हार्मोन थेरेपी जैसी लिंग-पुष्टि सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने का ट्रंप का इरादा है. उनका मानना है कि बिडेन प्रशासन की नीतियां हानिकारक हैं.
10. अमेरिकी ऑटो उद्योग का पुनरुत्थान
ट्रंप ने अमेरिकी कार उद्योग को पुनर्जीवित करने का वादा किया है, जिससे अमेरिकी श्रमिकों को लाभ होगा. उनका कहना है कि अमेरिका में बने ऑटोमोबाइल का भविष्य उज्ज्वल होगा.
क्या वादे हकीकत बन पाएंगे?
ट्रंप के ये वादे उनकी नेतृत्व शैली और उनके राष्ट्रपति पद की दिशा को दर्शाते हैं. हालांकि, इनमें से कई कदम कानूनी और राजनीतिक चुनौतियों का सामना कर सकते हैं. ट्रंप के एजेंडे को देखते हुए यह तय है कि अगर वे वापस सत्ता में आते हैं, तो उनका कार्यकाल विवादों और बड़े फैसलों से भरा रहेगा.