फिर हिली धरती! ग्रीस में 6.1 तीव्रता का जोरदार भूकंप, लोगों में मचा हड़कंप
ग्रीस के कासोस द्वीप के पास 6.1 तीव्रता का भूकंप आया, जिसे कई हिस्सों में महसूस किया गया. लोग घबराकर घरों से बाहर निकल आए. इससे पहले 14 मई को भी 6.3 तीव्रता का तेज भूकंप आया था. लगातार झटकों से दहशत का माहौल है और सतर्कता बरती जा रही है.

Earthquake in Greek Island of Crete: ग्रीस एक बार फिर जोरदार भूकंप से हिल गया है. इस बार कासोस द्वीप के पास रिक्टर स्केल पर 6.1 तीव्रता का शक्तिशाली भूकंप आया, जिसने कई इलाकों में दहशत फैला दी. यूनाइटेड स्टेट्स जियोलॉजिकल सर्वे (USGS) के अनुसार, यह भूकंप 21 मई की रात 1:51 बजे स्थानीय समयानुसार आया. झटके इतने तेज थे कि लोग अपने-अपने घरों से बाहर निकल आए.
इससे पहले 14 मई को भी ग्रीस के क्रीट द्वीप पर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए थे. उस समय भी रिक्टर स्केल पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई थी. यह भूकंप सुबह के समय आया था, जिससे स्थानीय आबादी में काफी डर का माहौल बन गया. जर्मन रिसर्च सेंटर फॉर जियोसाइंसेज (GFZ) ने पुष्टि की कि भूकंप का केंद्र क्रीट द्वीप के नजदीक था. हालांकि, राहत की बात यह रही कि इन झटकों से किसी बड़े नुकसान या जानमाल की हानि की खबर सामने नहीं आई.
सुनामी का खतरा मंडराया
भूकंप के बाद सुनामी का खतरा भी मंडराने लगा है. EMSC (यूरो-मेडिटेरेनियन सीस्मोलॉजिकल सेंटर) के अनुसार, तटवर्ती इलाकों के लिए सुनामी मूल्यांकन शुरू कर दिया गया है. दक्षिणी तट के कई क्षेत्रों को सतर्क किया गया है, क्योंकि पिछले सप्ताह भी इसी तरह के भूकंप के बाद चेतावनी दी गई थी. समुद्री लहरों की गतिविधियों पर नजर रखने के लिए विशेष टीमों को अलर्ट पर रखा गया है.
चीन में भी महसूस किए गए झटके
भूकंप का असर सिर्फ ग्रीस तक सीमित नहीं रहा. 16 मई को चीन में भी भूकंप के झटके दर्ज किए गए. राष्ट्रीय भूकंप विज्ञान केंद्र के अनुसार, शुक्रवार सुबह 6:29 बजे (भारतीय समयानुसार) भूकंप की तीव्रता 4.5 मापी गई. इसका केंद्र सतह से करीब 10 किलोमीटर नीचे था, जो अक्षांश 25.05°N और देशांतर 99.72°E पर स्थित था.
लोगों से सतर्क रहने की अपील
ग्रीस और चीन में भूकंप के बार-बार झटकों के बाद प्रशासन ने लोगों से सतर्कता बरतने की अपील की है. आपातकालीन सेवाएं अलर्ट पर हैं और राहत दल किसी भी आपदा से निपटने के लिए तैयार रखे गए हैं. वैज्ञानिकों का मानना है कि इन झटकों के पीछे टेक्टोनिक प्लेट्स की सक्रियता जिम्मेदार हो सकती है, जिसकी निगरानी लगातार की जा रही है.


