'तेहरान तुरंत खाली करो', परमाणु डील न मानने पर ट्रंप का ईरान पर हमला
Donald Trump Tehran evacuation: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को लेकर बड़ा बयान दिया है. ट्रंप ने सोमवार को सभी लोगों से तुरंत तेहरान खाली करने की अपील करते हुए कहा कि ईरान को किसी भी सूरत में परमाणु हथियार नहीं मिल सकते.

Donald Trump Tehran evacuation: मध्य पूर्व में बढ़ते तनाव और संभावित परमाणु संकट के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान को लेकर बेहद कड़ी चेतावनी जारी की है. उन्होंने सोमवार को सोशल मीडिया पर कहा कि सभी लोगों को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए. यह बयान उस समय आया है जब इजरायल ने कथित रूप से ईरान के सरकारी प्रसारण केंद्र पर हवाई हमला किया और देश की सबसे बड़ी यूरेनियम संवर्धन सुविधा को भारी नुकसान पहुंचा है.
ट्रंप ने यह भी स्पष्ट किया कि वह G7 सम्मेलन से सोमवार रात ही रवाना होंगे ताकि इजरायल और ईरान के बीच बिगड़ते हालात पर ध्यान केंद्रित कर सकें. उन्होंने ईरान पर परमाणु हथियार विकसित करने के प्रयासों को लेकर एक बार फिर सख्त रुख अपनाया है.
तेहरान को तुरंत खाली करने की ट्रंप की चेतावनी
सोमवार को अपने सोशल मीडिया पोस्ट में ट्रंप ने लिखा, "ईरान को वह डील साइन करनी चाहिए थी जो मैंने उन्हें बताई थी. कितनी शर्म की बात है, और इंसानी जीवन की बर्बादी. साफ तौर पर कहूं, तो ईरान के पास परमाणु हथियार नहीं हो सकते. मैंने यह बार-बार कहा है! सभी को तुरंत तेहरान खाली कर देना चाहिए!"
G7 सम्मेलन के बीच ईरान पर ट्रंप की रणनीति तेज
कैनेडियन रॉकीज़ में हो रहे G7 शिखर सम्मेलन के दौरान, एक अमेरिकी अधिकारी ने बताया कि ट्रंप का यह बयान इस बात को रेखांकित करता है कि ईरान को अब कूटनीतिक बातचीत के लिए आगे आना ही होगा. उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति ट्रंप को विदेश मंत्री मार्को रुबियो और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों से लगातार अपडेट मिल रहे हैं.
इससे पहले सोमवार को उपराष्ट्रपति जे.डी. वेंस, जॉइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ के चेयरमैन डैन कैन और अन्य शीर्ष सलाहकार व्हाइट हाउस में आपात बैठक के लिए एकत्र हुए.
G7 नेताओं की शांति अपील से अलग हुआ अमेरिका
इजरायल द्वारा ईरान के सरकारी प्रसारण मुख्यालय पर किए गए कथित हवाई हमले के कुछ घंटों बाद ट्रंप का यह बयान आया है. वहीं, संयुक्त राष्ट्र के परमाणु निगरानी प्रमुख ने पुष्टि की है कि ईरान की सबसे बड़ी यूरेनियम संवर्धन इकाई को गंभीर नुकसान पहुंचा है. ईरान ने अमेरिका से हस्तक्षेप की अपील की है ताकि हवाई हमलों को रोका जा सके, जो हाल के दिनों में लगातार तेज हुए हैं.
जहां अन्य G7 नेता इजरायल-ईरान संघर्ष को शांत करने के लिए संयुक्त बयान की तैयारी कर रहे हैं, वहीं अमेरिका ने इसमें शामिल होने से इनकार कर दिया है.
ट्रंप ने सम्मेलन के दौरान कहा, "मुझे लगता है कि ईरान अब बातचीत की मेज पर है और डील करना चाहता है. जैसे ही मैं यहां से निकलूंगा, हम कुछ करने वाले हैं."
कनाडा द्वारा आयोजित इस G7 सम्मेलन का मुख्य फोकस भले ही वैश्विक आर्थिक मुद्दों पर रहा हो, लेकिन इजरायली सैन्य कार्रवाई के चलते पूरी बैठक का एजेंडा बदल गया.


