ईरानी कमांडर अली शादमानी की मौत, इज़रायली हमले के बाद बदले की चेतावनी
ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के उच्चाधिकारी मेजर जनरल अली शादमानी की इजरायली हमले में गंभीर रूप से चोट लगने के बाद मौत हो गई. ईरानी मीडिया ने इसकी पुष्टि की.

ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड के उच्चाधिकारी मेजर जनरल अली शादमानी की पिछले हफ्ते इजरायली हमले में गंभीर रूप से चोट लगने के बाद मौत हो गई. ईरानी मीडिया ने इस घटना की पुष्टि की. साथ ही रिवोल्यूशनरी गार्ड (IRGC) ने कड़े जवाब की प्रतिज्ञा की है.
यह घटना ऐसे समय में घटी है जब अमेरिका की पहल से इजरायल और ईरान के बीच 12 दिनों का युद्ध विराम लागू हुआ था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने कहा कि यह युद्ध विराम प्रभावी है. उन्होंने आश्वासन दिया कि इजरायल और ईरान दोनों किसी नई सैन्य कार्रवाई से बचेंगे.
इजराइली सेना का दावा
इजराइली सेना ने दावा किया था कि उन्होंने "तेहरान के मध्य स्थित" IRGC के कमांड सेंटर को निशाना बनाते हुए शादमानी को मार गिराया. सेना का कहना है कि वे ईरान के युद्धकालीन प्रमुख एवं सबसे वरिष्ठ कमांडर थे.
इससे पहले 17 जून को उनके पूर्ववर्ती कमांडर गुलाम अली राशिद इजरायली हमले में मारे गए थे. रिपोर्ट के अनुसार, शादमानी को नए कमांडर के तौर पर नियुक्त किया गया था.
खामेनेई के करीबी सहयोगी थे शादमानी
IDF (इजराइली रक्षा बलों) का कहना है कि शादमानी ईरानी सर्वोच्च नेता आयातुल्ला खामेनेई के करीबी सहयोगी थे. उन्होंने IRGC और ईरानी सेना दोनों में आपातकालीन कमान संभाली थी. IDF ने यह भी बताया कि शादमानी को "ऑपरेशन राइजिंग लायन" के दौरान उनकी योग्यता के आधार पर इस भूमिका में तैनात किया गया था.
खतम अल-अनबिया केंद्र के प्रमुख कमांडर के रूप में शादमानी रणनीतिक और संचालन संबंधी योजनाओं को दिशा देने वाले घटक थे. रिपोर्टों के अनुसार, खामेनेई ने उन्हें युद्ध तैयारियों, खतरों की पहचान और योजनाओं की समीक्षा का कार्य सौंपा था.
अब IRGC ने स्पष्ट रूप से संकेत दिया है कि वे इस हमले का कठोर बदला लेंगे. इस बीच अमेरिका की मध्यस्थता से आई युद्ध विराम की प्रक्रिया अब संकट में दिख रही है क्योंकि शादमानी की हत्या ने तनाव को नई उचाईयों पर पहुंचा दिया है.


