मथुरा हादसे के बाद सरकार सख्त, यूपी के एक्सप्रेस-वे पर नई स्पीड लिमिट लागू
कोहरे और धुंध के कारण विजिबिलिटी यानी दृश्यता काफी कम हो गई है, जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है. पिछले दो दिनों में विभिन्न राज्यों में कोहरे के कारण कई गंभीर हादसे हुए हैं, जिनमें कई लोग घायल और मृत हुए हैं.

सर्दियों की शुरुआत होते ही दिल्ली-NCR और आसपास के कई राज्यों में कोहरे का असर देखने को मिल रहा है. कोहरे और धुंध के कारण विजिबिलिटी यानी दृश्यता काफी कम हो गई है, जिससे सड़क पर दुर्घटनाओं का खतरा बढ़ गया है.
यूपी सरकार ने उठाए कड़े कदम
पिछले दो दिनों में विभिन्न राज्यों में कोहरे के कारण कई गंभीर हादसे हुए हैं, जिनमें कई लोग घायल और मृत हुए हैं. मथुरा में हुए भीषण हादसे के बाद यूपी सरकार ने एक्सप्रेस-वे पर सुरक्षा बढ़ाने के लिए कड़े कदम उठाए हैं. यूपी सरकार ने हाल ही में यमुना एक्सप्रेस-वे और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे समेत सभी प्रमुख एक्सप्रेस-वे पर बस और ट्रकों की अधिकतम गति को घटाकर 60 किलोमीटर प्रति घंटे कर दिया है.
इससे पहले हल्के वाहन 120 किमी/घंटा और भारी वाहन 120 किमी/घंटा की रफ्तार से चल सकते थे. ट्रैफिक विभाग ने चेतावनी दी है कि नियमों का उल्लंघन करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और आर्थिक दंड के लिए ऑनलाइन चालान काटा जाएगा.
कोहरे के कारण बीते दो दिनों में प्रदेश के मथुरा, बागपत, उन्नाव और बस्ती में करीब 10 से अधिक दुर्घटनाएं हुई हैं, जिनमें लगभग 25 लोगों की मौत हो गई. सबसे भयंकर हादसा मथुरा में हुआ, जहां यमुना एक्सप्रेस-वे पर आगरा से नोएडा जा रही कई बसों और कारों के बीच कोहरे के कारण टकराव हुआ. सात बसों और दो कारों में आग लग गई, जिससे कई लोग वाहनों के अंदर फंस गए, जबकि कुछ ने कूदकर अपनी जान बचाई.
इससे पहले यातायात विभाग ने हल्के वाहनों की अधिकतम गति 75 किमी/घंटा और भारी वाहनों की 60 किमी/घंटा तय की थी. पहले यह रफ्तार हल्के वाहनों के लिए 100 किमी/घंटा और भारी वाहनों के लिए 80 किमी/घंटा थी. अब नए नियमों के लागू होने के बाद स्पीड उल्लंघन करने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी. हल्के वाहनों पर अधिकतम 2000 रुपये और भारी वाहनों पर 4000 रुपये तक का जुर्माना लगाया जाएगा.
यातायात पुलिस ने क्या कहा?
यातायात पुलिस का कहना है कि कोहरे के समय वाहन चालकों को सावधानी बरतने की विशेष आवश्यकता है और निर्धारित गति का पालन करना अनिवार्य है. सरकार का उद्देश्य इन उपायों के जरिए एक्सप्रेस-वे पर यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करना है और सड़क दुर्घटनाओं को कम करना है. इस कदम से उम्मीद जताई जा रही है कि आने वाले दिनों में कोहरे के कारण होने वाली दुर्घटनाओं की संख्या में कमी आएगी.


