कौन हैं Shyam Das Prabhu? हिंदू पुजारी जिसे बांग्लादेश में बिना वारंट किया गया गिरफ्तार
Shyam Das Prabhu: बांग्लादेश में हिंदू और अल्पसंख्यकों पर लगातार होते हमले और विवादों के बीच एक और हिंदू पुजारी को गिरफ्तार किया गया है. बांग्लादेश में चिन्मय कृष्ण दास के बाद अब चटगांव में इस्कॉन के श्याम दास प्रभु को बिना किसी वारंट के गिरफ्तार कर लिया गया है. इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है.
Shyam Das Prabhu: बांग्लादेश के चटगांव में इस्कॉन के एक और पुजारी श्याम दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया गया है. वह जेल में बंद आध्यात्मिक नेता चिन्मय कृष्ण दास से मिलने पहुंचे थे. इस मामले को लेकर बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों के साथ हो रहे व्यवहार पर एक बार फिर से सवाल खड़े हो गए हैं. इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने एक्स पर इसकी जानकारी दी है.
इससे पहले, इस्कॉन के पूर्व सदस्य चिन्मय कृष्ण दास को देशद्रोह के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उन पर बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने का आरोप है. भारत ने इस मामले में चिंता जाहिर करते हुए बांग्लादेश सरकार से अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की है.
Another Brahmachari Sri Shyam Das Prabhu was arrested by Chattogram Police today. #ISKCON #Bangladesh#SaveBangladeshiHindus pic.twitter.com/DTpytXRQeP
— Radharamn Das राधारमण दास (@RadharamnDas) November 29, 2024
बिना वारंट किया गिरफ्तार
श्याम दास प्रभु को बिना किसी आधिकारिक वारंट के हिरासत में लिया गया, जब वे जेल में चिन्मय कृष्ण दास से मिलने पहुंचे थे. इस्कॉन कोलकाता के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने बताया कि चटगांव पुलिस ने श्याम दास प्रभु को गिरफ्तार कर लिया है. राधारमण दास ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर पोस्ट करते हुए कहा, "एक अन्य ब्रह्मचारी श्री श्याम दास प्रभु को चटगांव पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है."
चिन्मय कृष्ण दास पर आरोप
चिन्मय कृष्ण दास को 25 अक्टूबर को बांग्लादेश के राष्ट्रीय ध्वज के ऊपर भगवा झंडा फहराने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. उनकी जमानत याचिका खारिज कर दी गई है. इस्कॉन बांग्लादेश की इकाई ने इन आरोपों और एक वकील की हत्या के मामले से खुद को अलग बताया है.