यमन में इजराइल-अमेरिका की जवाबी कार्रवाई से बढ़ा तनाव, होदेइदाह और सना में जबरदस्त बमबारी
यह जवाबी कार्रवाई उस मिसाइल हमले के ठीक एक दिन बाद की गई, जिसमें हौथी विद्रोहियों ने इजराइल के प्रमुख हवाई अड्डे को निशाना बनाया था. इसके बाद इजराइली वायुसेना के करीब 30 लड़ाकू विमानों ने यमन के सना और होदेइदाह में कई अहम ठिकानों पर बड़े पैमाने पर बमबारी शुरू कर दी.

हूति विद्रोहियों द्वारा इजराइल के प्रमुख बेन गुरियन हवाई अड्डे पर मिसाइल हमला किए जाने के एक दिन बाद, अमेरिका और इजराइल ने यमन के खिलाफ बड़ा सैन्य अभियान शुरू की. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और इजराइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के नेतृत्व में यमन के सना और होदेइदाह क्षेत्रों में व्यापक हवाई हमले किए गए. इन हमलों में यमन के दूसरे सबसे बड़े बंदरगाह होदेइदाह को विशेष रूप से निशाना बनाया गया.
बेन गुरियन एयरपोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइल दागी गई
रविवार को हूति विद्रोहियों ने इजराइल की राजधानी के पास स्थित बेन गुरियन एयरपोर्ट पर बैलिस्टिक मिसाइल दागी थी, जो टर्मिनल 3 से महज 75 मीटर की दूरी पर गिरी. इस हमले में आठ लोग घायल हुए. हूति प्रवक्ता याह्या सरिया ने इस कार्रवाई को गाजा में जारी इजरायली हमलों के जवाब में बताया और कहा कि जब तक गाजा पर आक्रमण और नाकाबंदी नहीं रुकती, उनका सैन्य अभियान जारी रहेगा.
इसके जवाब में इजराइली वायुसेना के करीब 30 लड़ाकू विमानों ने यमन के सना और होदेइदाह में कई ठिकानों को निशाना बनाया. विशेष रूप से सना के सैन्य प्रतिष्ठानों और होदेइदाह के तेल भंडारण केंद्रों पर बमबारी की गई. हूति-नियंत्रित मीडिया का दावा है कि इन हमलों में आम नागरिकों की भी मौत हुई है, हालांकि इसकी पुष्टि नहीं हो सकी है.
#Breaking Israel now attacking in Yemen. 🇾🇪 🇮🇱 ⚔️ ✈️
— Niv Calderon (@nivcalderon) May 5, 2025
Western #Yemen, a cement factory on the outskirts of the city as well as the Port of Hodeidah. pic.twitter.com/jhw5YRpk49
इजराइली रक्षा मंत्री की प्रतिक्रिया
इजराइली रक्षा मंत्री इजराइल काट्ज ने चेतावनी देते हुए कहा कि जो हमें चोट पहुंचाएगा, हम उस पर सात गुना वार करेंगे. यह हमला अमेरिका के सहयोग से अंजाम दिया गया, जिसने हाल के महीनों में हौथियों पर सैकड़ों हवाई हमले किए हैं. इस घटनाक्रम से मध्य पूर्व में तनाव और गहरा गया है. जानकारों का कहना है कि इस टकराव का असर लाल सागर में वैश्विक व्यापार पर पड़ सकता है. संयुक्त राष्ट्र ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है और शांति बहाली के प्रयास तेज करने की आवश्यकता जताई है.