पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप अब कब लगेंगे गले? मिलन की आ गई तारीख! यहां देखें सबकुछ
पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप की मुलाकात की चर्चा शपथ ग्रहण के बाद से ही हो रही थी, और अब इस मुलाकात को लेकर स्थिति स्पष्ट हो रही है. इससे पहले, 7 नवंबर को ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की थी. ट्रंप ने इस बातचीत में मोदी की सराहना करते हुए उन्हें 'शानदार इंसान' और 'पूरी दुनिया का पसंदीदा' बताया था.

PM Modi and Donald Trump Meet: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच बैठक की संभावना 13 फरवरी को जताई जा रही है. सूत्रों के अनुसार, यह मुलाकात वाशिंगटन में होगी, जहां दोनों नेता व्यापार, रक्षा और प्रौद्योगिकी सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा करेंगे. यह बैठक दोनों देशों के बीच संबंधों को और प्रगाढ़ बनाने के प्रयास के तहत हो सकती है.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फोन पर बातचीत की थी, जिसकी जानकारी उन्होंने सोशल मीडिया पर दी थी. मोदी ने ट्रंप को उनके दूसरे कार्यकाल के लिए बधाई दी और कहा कि दोनों देश आपसी कल्याण और वैश्विक शांति के लिए मिलकर काम करेंगे. प्रधानमंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि भारत और अमेरिका के बीच भरोसेमंद और लाभकारी साझेदारी को मजबूत किया जाएगा.
पीएम मोदी ने ट्रंप को की थी कॉल
यह मुलाकात डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण के बाद से ही चर्चा का विषय बनी हुई थी, और अब इस मुलाकात को लेकर स्थिति स्पष्ट हो रही है. इससे पहले, 7 नवंबर को ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में जीत के बाद प्रधानमंत्री मोदी से फोन पर बात की थी. ट्रंप ने इस बातचीत में मोदी की सराहना करते हुए उन्हें 'शानदार इंसान' और 'पूरी दुनिया का पसंदीदा' बताया था.
गौरतलब है कि डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री मोदी की ओर से विदेश मंत्री एस. जयशंकर विशेष दूत के रूप में शामिल हुए थे. इस दौरान उन्होंने ट्रंप को प्रधानमंत्री मोदी का एक विशेष पत्र भी सौंपा था.
राहुल गांधी खड़े कर चुके हैं सवाल
यह मुलाकात दोनों देशों के बीच संबंधों को और मजबूत करने के लिहाज से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, और इसके माध्यम से भारत और अमेरिका के बीच व्यापार, सुरक्षा और प्रौद्योगिकी क्षेत्र में नए अवसर खुल सकते हैं. दूसरी तरफ आज ही के दिन राहुल गांधी ने ट्रंप के शपथ ग्रहण में विदेश मंत्री एस जयशंकर के शामिल होने और यूएस यात्रा पर सवाल खड़ा किए थे.


