बांग्लादेश में राजनीतिक उथल-पुथल, यूनुस सरकार के खिलाफ सड़कों पर भारी प्रदर्शन...पुलिस से टकराए प्रदर्शनकारी
Bangladesh Protests : बांग्लादेश में मोहम्मद यूनुस की अगुवाई वाली अंतरिम सरकार के नए राजनीतिक चार्टर के खिलाफ प्रदर्शन हुए, जिनमें प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच हिंसक टकराव हुआ. प्रदर्शनकारी चार्टर में अपनी मांगों का समाधान न होने पर नाराज हैं. नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) ने चार्टर पर हस्ताक्षर करने से इनकार किया है, जबकि प्रमुख विपक्षी अवामी लीग राजनीतिक प्रक्रिया से बहिष्कार कर रही है, जिससे राजनीतिक अस्थिरता बनी हुई है.

Bangladesh Protests : बांग्लादेश में एक बार फिर राजनीतिक उबाल देखने को मिला है, जहां सालभर बाद जनता सड़कों पर उतर आई है. यह प्रदर्शन अंतरिम सरकार के नए राजनीतिक चार्टर के खिलाफ हैं, जिसका नेतृत्व मोहम्मद यूनुस कर रहे हैं. पिछले साल शेख हसीना सरकार के विरोध में हुए आंदोलन के बाद अब वही लोग इस चार्टर का विरोध कर रहे हैं. राजधानी ढाका के संसद परिसर के बाहर सैकड़ों लोग जमा हुए और अपनी नाराजगी जाहिर की. पुलिस ने प्रदर्शनकारियों को रोकने के लिए आंसू गैस के गोले और स्टन ग्रेनेड का प्रयोग किया. जब यह उपाय विफल हुए तो लाठीचार्ज किया गया.
प्रदर्शनकारियों की नाराजगी और हिंसक टकराव
(एनसीपी) ने चार्टर पर हस्ताक्षर से इनकार किया
अंतरिम सरकार द्वारा गठित आयोग और विभिन्न राजनीतिक दलों के बीच लंबे वक्त तक बातचीत के बाद जुलाई चार्टर का मसौदा तैयार किया गया था. लेकिन नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी), जो मोहम्मद यूनुस की प्रमुख सहयोगी है, ने इस चार्टर पर हस्ताक्षर करने से साफ इनकार कर दिया है. एनसीपी के मुख्य समन्वयक हसनत अब्दुल्ला ने सोशल मीडिया के माध्यम से यह निर्णय साझा किया. एनसीपी के संयोजक नाहिद इस्लाम का कहना है कि कई राजनीतिक दल राष्ट्रीय सहमति का दिखावा करते हुए जनता को भ्रमित कर रहे हैं.
अवामी लीग का राजनीतिक प्रक्रिया से बहिष्कार
इस राजनीतिक बातचीत और चार्टर प्रक्रिया में बांग्लादेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी अवामी लीग शामिल नहीं थी. इसका कारण यह है कि अंतरिम सरकार ने एक शासकीय आदेश के तहत अवामी लीग के अधिकांश नेताओं पर मुकदमे चलाने के चलते उनकी गतिविधियों पर रोक लगा दी थी. वर्तमान में अवामी लीग के कई नेता जेल में हैं या फरार हैं, जिससे उनकी राजनीतिक भागीदारी असंभव हो गई है.
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती जा रही
बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता बढ़ती जा रही है, जहां अंतरिम सरकार के नए चार्टर ने जनता के बीच गहरा असंतोष पैदा कर दिया है. प्रदर्शनकारियों और सरकार के बीच हुई हिंसक झड़पें इस असंतोष का सबूत हैं. राजनीतिक दलों के बीच तालमेल की कमी और प्रमुख विपक्षी पार्टी का बहिष्कार इस स्थिति को और जटिल बना रहा है. देश में लोकतांत्रिक प्रक्रिया की मजबूती और शांति बनाए रखने के लिए सभी पक्षों के बीच संवाद आवश्यक हो गया है ताकि स्थिति नियंत्रण में लाई जा सके.


