‘भारी कीमत चुकानी होगी...’, वाशिंगटन डीसी में नेशनल गार्ड के सैनिकों पर गोलीबारी से भड़के ट्रंप, दी कड़ी चेतावनी
अमेरिकी राष्ट्रपति ने कड़े अंदाज़ में चेतावनी दी है कि जिस ‘जानवर’ ने यह जघन्य अपराध किया है. वह चाहे कितना ही घायल हो जाए, उसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी. यह बयान सुनते ही पूरे देश में सनसनी फैल गई.

नई दिल्ली: अमेरिका की राजधानी वाशिंगटन डीसी बुधवार को उस समय दहल उठी जब व्हाइट हाउस से कुछ ही ब्लॉक दूर फायरिंग में वेस्ट वर्जीनिया नेशनल गार्ड के दो सदस्यों को गोली लग गई. घटना के बाद पूरे इलाके में अफरा-तफरी मच गई और सुरक्षा एजेंसियों ने तुरंत कार्रवाई करते हुए एक संदिग्ध को हिरासत में ले लिया, जो खुद भी घायल बताया जा रहा है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि दोनों नेशनल गार्ड सैनिक “गंभीर रूप से घायल” हैं और जो संदिग्ध पकड़ा गया है वह भी गंभीर स्थिति में है. ट्रंप ने प्रभावित सैनिकों के लिए प्रार्थना करने की अपील की और हमलावर को कड़ी सजा देने की चेतावनी दी.
ट्रंप का बयान
ट्रंप ने Truth Social पर लिखा कि 'जिस जानवर ने दो नेशनल गार्ड्समैन को गोली मारी थी, दोनों गंभीर रूप से घायल हैं और अब दो अलग-अलग अस्पतालों में भर्ती हैं, वह भी गंभीर रूप से घायल है, लेकिन फिर भी, उसे बहुत भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.'
उन्होंने आगे कहा कि ईश्वर हमारे महान राष्ट्रीय रक्षक दल और हमारी पूरी सेना एवं कानून प्रवर्तन एजेंसियों को आशीर्वाद दें. संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में मैं और राष्ट्रपति कार्यालय से जुड़े सभी लोग आपके साथ हैं.
घटना के समय ट्रंप वाशिंगटन डीसी में नहीं थे और थैंक्सगिविंग से पहले फ्लोरिडा में थे. घायल सैनिकों की हालत गंभीर, FBI प्रमुख और मेयर ने दी जानकारी एफबीआई प्रमुख काश पटेल और वाशिंगटन डीसी की मेयर म्यूरियल बोसर ने बताया कि दोनों घायल सैनिकों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनकी हालत नाजुक बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अदालत और कानून प्रवर्तन एजेंसियां मामले की जांच में लगी हुई हैं और सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं.
मेट्रो स्टेशन के पास हुई फायरिंग
फायरिंग व्हाइट हाउस से दो ब्लॉक दूर स्थित एक मेट्रो स्टेशन के पास हुई. चश्मदीदों के अनुसार, हमलावर अचानक एक कोने से आया और गार्ड पर गोलीबारी शुरू कर दी.
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, हिरासत में लिया गया संदिग्ध एक अफगान नागरिक है, जो वर्ष 2021 में अमेरिका में दाखिल हुआ था. अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध को भी गोली लगी, लेकिन उसकी चोटें जानलेवा नहीं हैं.
अन्य गार्ड सदस्यों ने संदिग्ध को मौके पर ही काबू कर लिया. अधिकारियों के मुताबिक, दोपहर लगभग 2:15 बजे (स्थानीय समय) हमला हुआ. गार्ड सदस्य 17वीं और 1वीं स्ट्रीट के कोने पर तैनात थे, जब अचानक फायरिंग शुरू हुई. इसके तुरंत बाद अन्य सैनिकों ने संदिग्ध को दबोच लिया और उसे अस्पताल पहुंचाया गया.


