हवाई में पहुंचीं सुनामी की लहरें, बंद किए गए सभी बंदरगाह; देखें खौफनाक Video
रूस में आए 8.8 तीव्रता के भूकंप के बाद हवाई में सुनामी लहरें उठीं, जिससे 3 फुट ऊंची लहरें तटों से टकराईं और सभी बंदरगाह बंद कर दिए गए. प्रशासन ने लोगों को ऊंचे स्थानों पर जाने और सतर्क रहने की अपील की है.

रूस के कमचटका प्रायद्वीप के पास बुधवार को आए 8.8 तीव्रता के शक्तिशाली भूकंप के बाद प्रशांत महासागर में सुनामी की लहरें उठनी शुरू हो गई हैं, जिनका असर अब हवाई के तटों पर साफ नजर आने लगा है. अमेरिकी कोस्ट गार्ड ने एहतियातन हवाई के सभी बंदरगाहों को तत्काल प्रभाव से बंद कर दिया है, जबकि गवर्नर जोश ग्रीन ने माउई द्वीप के लिए सभी उड़ानों को रद्द करने की घोषणा की है.
भूकंप के झटके सतही स्तर पर रिकॉर्ड किए गए, जिससे सुनामी की तीव्रता और खतरा दोनों बढ़ गए हैं. अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण विभाग (USGS) के अनुसार, लहरें 13 फीट (लगभग 4 मीटर) तक ऊंची हो सकती हैं और यह रूस के पूर्वी तट से शुरू होकर जापान, हवाई, अलास्का और अमेरिका के पश्चिमी तट तक पहुंच सकती हैं.
हवाई के सभी बंदरगाह बंद
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यूएस कोस्ट गार्ड ओशिनिया डिस्ट्रीक्ट ने बयान जारी कर कहा कि हवाई के सभी बंदरगाहों को आने वाले जहाजों के लिए बंद कर दिया गया है. जो जहाज हवाई द्वीप समूह के पास हैं या यहां आने वाले हैं, उन्हें तब तक खुले समुद्र में ही रहने को कहा गया है जब तक स्थिति सामान्य नहीं हो जाती. ये फैसला सुनामी के संभावित प्रभाव को देखते हुए लिया गया है ताकि बंदरगाहों में मौजूद जहाजों को किसी तरह की क्षति ना पहुंचे.
निवासियों को ऊंचे स्थानों पर जाने की सलाह
हवाई के गवर्नर जोश ग्रीन ने बताया कि माउई द्वीप पर जारी सुनामी आपातकाल को देखते हुए सभी इनबाउंड और आउटबाउंड फ्लाइट्स को तुरंत प्रभाव से रद्द कर दिया गया है. इसके साथ ही, स्थानीय प्रशासन ने तटीय इलाकों में रह रहे निवासियों को तुरंत ऊंचाई वाले क्षेत्रों में स्थानांतरित होने की अपील की है. तटीय जल-स्तर माप यंत्र से प्राप्त जानकारी के अनुसार, हनालेई में समुद्री सतह से तीन फुट ऊपर तक की लहरें दर्ज की गई हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यह सिर्फ शुरुआत है और अगली लहरें इससे कहीं ज्यादा खतरनाक हो सकती हैं.
जनता से सतर्क रहने की अपील
क्षेत्रीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन एजेंसियों ने लोगों से अपील की है कि वे समुद्र तटों से दूर रहें, अफवाहों पर ध्यान ना दें और केवल आधिकारिक सूचनाओं का ही पालन करें. भारी लहरों और खतरनाक समुद्री धाराओं की आशंका अभी भी बनी हुई है.


