ट्रंप के टैरिफ अटैक के बीच भारत आएंगे व्लादिमीर पुतिन, NSA अजीत डोभाल ने की दौरे की पुष्टि
रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द भारत दौरे पर आने वाले हैं, जिसकी पुष्टि एनएसए अजीत डोभाल ने की है. ये दौरा भारत-अमेरिका के बीच रूस से व्यापार को लेकर बढ़ते तनाव के बीच होने जा रहा है, जबकि पुतिन की ट्रंप से मुलाकात की भी तैयारी चल रही है.

India Russia ties: रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन जल्द भारत दौरे पर आने वाले हैं. इस बात की पुष्टि खुद भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजीत डोभाल ने की है. डोभाल इन दिनों रूस की राजधानी मॉस्को में हैं और उन्होंने बताया कि पुतिन की भारत यात्रा को लेकर तारीखें लगभग तय हो चुकी हैं. हालांकि आधिकारिक घोषणा अभी बाकी है, लेकिन ये दौरा इस साल के अंत में हो सकता है.
ये खबर ऐसे समय में सामने आई है जब भारत और अमेरिका के बीच रूस से व्यापार को लेकर तनाव चरम पर है. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर रूस को यूक्रेन युद्ध में अप्रत्यक्ष समर्थन देने का आरोप लगाया है और भारतीय उत्पादों पर 25% अतिरिक्त शुल्क लगाने की घोषणा भी कर दी है.
राष्ट्रपति पुतिन की यात्रा को लेकर बेहद उत्साहित: अजीत डोभाल
मॉस्को से एक कार्यक्रम के दौरान अजीत डोभाल ने कहा कि हमारे बीच एक विशेष और लंबे समय से चले आ रहे संबंध हैं और हम इस रिश्ते को बेहद मूल्यवान मानते हैं. हमने उच्च-स्तरीय संवाद किए हैं और इन संवादों से महत्वपूर्ण योगदान मिला है. हमें राष्ट्रपति पुतिन की भारत यात्रा की जानकारी से बेहद खुशी है. मुझे लगता है कि तारीखें अब लगभग तय हो चुकी हैं.
हालांकि, रूसी सरकार की ओर से पुतिन के भारत दौरे को लेकर अब तक कोई औपचारिक बयान नहीं आया है, लेकिन रिपोर्ट के अनुसार, ये यात्रा साल के अंत तक संभावित मानी जा रही है.
भारत-अमेरिका संबंधों में खट्टास?
भारत-रूस के बढ़ते ऊर्जा व्यापार को लेकर अमेरिका लगातार असंतुष्टि जता रहा है. राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर यूक्रेन युद्ध में रूस की मदद करने का आरोप लगाते हुए कहा है कि भारतीय तेल आयात ने अमेरिका-भारत व्यापार वार्ताओं को पटरी से उतार दिया है. बुधवार को ट्रंप ने एक नया कार्यकारी आदेश जारी किया, जिसमें भारत से आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का निर्देश दिया गया. इसके साथ ही, ट्रंप ने चेतावनी दी है कि अगर रूस शुक्रवार तक युद्ध विराम पर सहमत नहीं होता, तो जो भी देश उससे तेल खरीदेंगे, उन पर द्वितीयक प्रतिबंध लगाए जाएंगे.
भारत-रूस व्यापार: दशकों पुराना रिश्ता
भारत और रूस के बीच व्यापारिक और रणनीतिक साझेदारी का इतिहास सोवियत काल से रहा है. बीते कुछ सालों में ये रिश्ता और ज्यादा मजबूत हुआ है. खासतौर पर यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद से भारत ने रूसी तेल का आयात बड़े स्तर पर बढ़ा दिया है. मई 2023 तक भारत रोजाना 20 लाख बैरल से ज्यादा रूसी कच्चा तेल खरीद रहा था, जो भारत के कुल तेल आयात का करीब 45% हिस्सा था.
पुतिन और ट्रंप की मुलाकात की तैयारी
क्रेमलिन ने गुरुवार को जानकारी दी कि राष्ट्रपति पुतिन आने वाले दिनों में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात करेंगे. रूस के विदेश मामलों के सलाहकार यूरी उशाकोव ने कहा कि बैठक की तैयारियां चल रही हैं और स्थान तय हो गया है, जिसकी घोषणा जल्द की जाएगी.


