ये चीजें बिगाड़ सकती है बच्चों की मेंटल हेल्थ, स्ट्रेस दूर करने के लिए अपनाएं ये उपाय

बच्चों का मन बहुत ही सॉफ्त होता है। कोई छोटी-सी बात भी उनके दिल को ठेस पहुंचा सकती है। ऐसे में माता-पिता को अपने बच्चे की दिल की बात जानने के लिए उचित समय देना चाहिए। लेकिन आजकल पैरेंट्स वर्किंग होते हैं तो बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं। इसकी नतीजा ये होता है कि कई बार बच्चे अपनी परेशानी किसी को बता नहीं पाते हैं और धीरे-धीरे वो स्ट्रेस का शिकार होने लगते हैं। यहां तक कि कई बार बच्चो में चिड़चिड़ापन, क्रोध के कारण गुस्सा, दोस्तों से दूर हो जाना, किसी काम में ध्यान न लगा पाना जैसी समस्याएं देखने को मिलती है।

Janbhawana Times
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बच्चों का मन बहुत ही सॉफ्त होता है। कोई छोटी-सी बात भी उनके दिल को ठेस पहुंचा सकती है। ऐसे में माता-पिता को अपने बच्चे की दिल की बात जानने के लिए उचित समय देना चाहिए। लेकिन आजकल पैरेंट्स वर्किंग होते हैं तो बच्चों को समय नहीं दे पाते हैं। इसकी नतीजा ये होता है कि कई बार बच्चे अपनी परेशानी किसी को बता नहीं पाते हैं और धीरे-धीरे वो स्ट्रेस का शिकार होने लगते हैं। यहां तक कि कई बार बच्चो में चिड़चिड़ापन, क्रोध के कारण गुस्सा, दोस्तों से दूर हो जाना, किसी काम में ध्यान न लगा पाना जैसी समस्याएं देखने को मिलती है। ऐसे में पैरेंट्स का बच्चों की मानसिक स्थिति को समझना बहुत जरूरी हो जाता है। इसके लिए सबसे पहले उन कारणों को जानने की कोशिश करनी चाहिएजिसकी वजह से बच्चा मानसिक तनाव का शिकार हो रहा है।

  • सबसे पहले इस बात का पता लगाने की जरूरत है कि आपका बच्चा किस वजह से तनाव महसूस कर रहा है। और जब कारण पता चल जाए तो अपने बच्चे का स्ट्रैस दूर करने में उसकी मदद करें।
  • बच्चों में जब मानसिक तनाव बढ़ जाता हैतो वो रोने-चीखने लगते हैं। जमीन पर लेट-लेट कर जोर-जोर से पैर मारने लगते हैं। कई बार वे खुद को चोट पहुंचाने की भी कोशिश करने लगते हैं। ऐसे में जरूरी है कि पेरेंट्स को बच्चे से कुछ भी जानने से पहले उसके साथ दोस्त जैसा व्यवहार करने की आदत डालनी चाहिए।
  • आप बच्चे को समय और प्यार जरुर दें क्योंकि आपका व्यवहार, विचार और भावनाएं बच्चे को प्रभावित कर सकती है।
  • बच्चे के मोबाइल पर नजर रखें क्योंकि सोशल मीडिया पर डाली गई कई चीजें बच्चे के मन में तनाव पैदा कर सकती हैं। जिसकी वजह से कुछ बच्चे हिंसक हो जाते हैं। इसलिए टीवी और मोबाइल की लत बच्चों को बिल्कुल ना लगने दें।
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15 November 2022, 05:33 PM IST

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