दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वनडे सीरीज से बाहर हुए हार्दिक पांड्या
भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या क्वाड्रिसेप्स की चोट से जूझ रहे हैं. पांड्या 30 नवंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाली वनडे सीरीज़ से बाहर रहेंगे.

भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या की फिटनेस को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है. क्वाड्रिसेप्स की चोट से जूझ रहे पांड्या संभवतः 30 नवंबर से दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ शुरू होने वाली वनडे सीरीज़ से बाहर रहेंगे. टीम मैनेजमेंट और बीसीसीआई की मेडिकल टीम ने अगले साल होने वाले टी20 विश्व कप को ध्यान में रखते हुए पांड्या को पूरी तरह छोटे प्रारूप पर फोकस करने की रणनीति अपनाई है.
हार्दिक पांड्या को कब लगी थी चोट?
ऐसे में उनकी वापसी को लेकर बेहद सावधानी बरती जा रही है ताकि किसी भी तरह की जल्दबाज़ी से चोट दोबारा न बढ़े. हार्दिक पांड्या को यह चोट सितंबर में एशिया कप टी20 के दौरान दुबई में लगी थी. चोट गंभीर होने के कारण वे पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल मुकाबला भी नहीं खेल पाए थे. तब से ही उनका रिहैब चरणबद्ध तरीके से चल रहा है. बीसीसीआई के एक वरिष्ठ सूत्र ने बताया कि पांड्या सेंटर ऑफ एक्सीलेंस में अपनी रिटर्न टू प्ले ट्रेनिंग कर रहे हैं और अच्छी प्रगति भी कर रहे हैं. लेकिन चोट से उबरने के तुरंत बाद लंबा फॉर्मेट खेलने का जोखिम नहीं लिया जा सकता.
सूत्र के अनुसार, क्वाड्रिसेप्स की चोट के बाद खिलाड़ी को धीरे-धीरे कार्यभार बढ़ाने की आवश्यकता होती है. सीधे 50 ओवर के फॉर्मेट में लौटना जोखिम भरा साबित हो सकता है. इसलिए फिलहाल पूरा फोकस टी20 इंटरनेशनल पर रहेगा, ताकि पांड्या टी20 विश्व कप के लिए पूरी तरह फिट और तैयार हों.
हार्दिक पांड्या की फीटनेस पर ध्यान
उम्मीद है कि हार्दिक पांड्या पहले बड़ौदा की ओर से सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लौटकर अपनी मैच फिटनेस साबित करेंगे. इसके बाद वे दक्षिण अफ्रीका और फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ टी20 सीरीज में हिस्सा ले सकते हैं. भारतीय टीम फिलहाल वनडे प्रारूप को वरिष्ठ खिलाड़ियों के लिए कम प्राथमिकता दे रही है, क्योंकि रणनीति साफ है टी20 विश्व कप की तैयारी सर्वोपरि.
इसी कार्यभार प्रबंधन के तहत मुख्य तेज़ गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को भी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन वनडे मैचों से आराम मिलने की संभावना है. टीम मैनजमेंट का मानना है कि आगामी टी20 विश्व कप से पहले खिलाड़ियों को फिट और ताज़ा रखना ज़रूरी है, इसलिए इस अवधि में एकदिवसीय प्रारूप अपेक्षाकृत कम अहमियत रखता है.


