जी त्रिशा ने बल्ले से बरपाया कहर, भारतीय महिला टीम का जलवा बरकरार, दक्षिण अफ्रीका को अंडर-19 टी20 विश्व कप में चटाई धूल
आईसीसी अंडर-19 टी20 विश्व कप का खिताब भारतीय महिला टीम ने जीत लिया. इस अहम मुकाबले में टीम ने दक्षिण अफ्रीका को धूल चटाई. भारत की इस जीत में जी त्रिशा ने बल्ले और गेंद से कमाल का प्रदर्शन करते हुए टीम को जीत दिलाई.

भारत के स्पिन गेंदबाजों ने पूरे टूर्नामेंट में शानदार प्रदर्शन किया और अपनी टीम को लगातार दूसरी बार आईसीसी अंडर-19 टी20 विश्व कप का खिताब दिलवाया. आयुषी शुक्ला, जी त्रिशा, वैष्णवी शर्मा और पारुनिका सिसोदिया के संयुक्त प्रयासों से भारत ने दक्षिण अफ्रीका को 82 रन पर ढेर कर दिया. त्रिशा ने बल्ले से भी शानदार प्रदर्शन करते हुए भारत की आसान जीत में अहम भूमिका निभाई, जिससे कुआलालंपुर के बयूमास ओवल में दक्षिण अफ्रीकी टीम को हार का सामना करना पड़ा.
दक्षिण अफ्रीका की कमजोर शुरुआत
दक्षिण अफ्रीका की कप्तान काइला रेनेके ने पहले बल्लेबाजी करने का फैसला लिया. पहले ओवर में दक्षिण अफ्रीका ने जोरदार शुरुआत की, जिसमें जेम्मा बोथा ने वीजे जोशीथा की गेंद पर दो चौके जड़े. लेकिन दूसरे ओवर में परेशानी का सामना करना पड़ा जब पारुनिका सिसोदिया ने सिमोन लौरेंस को शून्य पर बोल्ड कर दिया. उनके पैड से गेंद स्टंप्स पर लगी, जिससे दक्षिण अफ्रीका का पहला विकेट गिरा.
इसके बाद भारत ने आक्रामक गेंदबाजी की और बोथा के विकेट को भी जल्द हासिल कर लिया. शबनम शकील ने शान से बोथा का विकेट लिया, जब विकेटकीपर जी कमलिनी ने एक शानदार कैच लिया. भारत का दबाव बढ़ता ही गया और इसके साथ ही उन्होंने लगातार विकेट लेते हुए दक्षिण अफ्रीका को संकट में डाल दिया.
भारत की स्पिन गेंदबाजी का दबदबा
भारत की स्पिन गेंदबाजों ने पावरप्ले के बाद दक्षिण अफ्रीका के बल्लेबाजों पर पूरी तरह से दबाव बना लिया. शुक्ला और त्रिशा ने मध्य ओवरों में रन बनाने पर पूरी तरह से रोक लगा दी. शुक्ला ने दो विकेट लेकर भारत को मजबूत स्थिति में ला खड़ा किया. त्रिशा ने कप्तान रेनेके को 7 रन पर आउट किया और शुक्ला ने कराबो मेसो का मिडिल स्टंप उखाड़कर अपनी दूसरी सफलता हासिल की.
इसके बाद, मीके वैन वूर्स्ट ने 56 गेंदों पर कुछ चौके लगाए और दबाव को थोड़ा कम किया. लेकिन त्रिशा की शानदार डबल स्ट्राइक ने वैन वूर्स्ट और सेशनी नायडू को आउट करके दक्षिण अफ्रीका को और पीछे धकेल दिया. वैष्णवी शर्मा ने बाद में काउलिंग और मोनालिसा लेगोडी को बोल्ड कर दिया. सिसोदिया ने खेल की आखिरी गेंद पर एश्ले वैन विक को आउट कर दिया, जिससे दक्षिण अफ्रीका सिर्फ 82 रन पर ऑल-आउट हो गई.
भारत की आसानी से जीत और त्रिशा का शानदार प्रदर्शन
भारत को जीत के लिए सिर्फ 83 रन चाहिए थे, और उन्होंने शुरुआत से ही दबाव बनाए रखा. त्रिशा ने पहले ओवर में ही तीन चौके लगाए, और फिर चौथे ओवर में नायडू को भी तीन चौके मारे. भारतीय बल्लेबाजों ने अपनी रणनीति के अनुसार खेला और पावरप्ले में ही आधे से ज्यादा रन बना लिए.
हालांकि, 10वें ओवर में त्रिशा को कैच आउट कर दिया गया, लेकिन तब तक भारत को जीत के लिए महज 16 रन की जरूरत थी. सानिका चालके ने चौका लगाकर भारत की जीत सुनिश्चित की. त्रिशा ने टूर्नामेंट में सबसे ज्यादा रन बनाकर "प्लेयर ऑफ़ द मैच" और "प्लेयर ऑफ़ द टूर्नामेंट" का पुरस्कार जीता.


