गंभीर से बात नहीं, फिर भी टीम इंडिया के लिए तैयार: पुजारा
जब चेतेश्वर पुजारा से पूछा गया कि क्या टीम चयन से पहले गौतम गंभीर ने उनसे संपर्क किया था, तो उन्होंने कहा कि नहीं. अनुभवी बल्लेबाज़ ने साफ किया कि चयन से पहले कोई बातचीत नहीं हुई.

विराट कोहली, रोहित शर्मा और रविचंद्रन अश्विन जैसे वरिष्ठ खिलाड़ियों के संन्यास के बाद और मोहम्मद शमी के फिटनेस कारणों से अनुपलब्ध होने के चलते, इंग्लैंड दौरे पर जा रही भारतीय टेस्ट टीम सबसे कम अनुभवी टीमों में से एक है. शुभमन गिल को टीम की कप्तानी सौंपी गई है, जबकि ऋषभ पंत उप कप्तान बनाए गए हैं. अनुभवी बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी में भारत की बल्लेबाजी कमजोर नजर आती है. इस पर सवाल उठे हैं कि क्या चयनकर्ता चेतेश्वर पुजारा या अजिंक्य रहाणे जैसे अनुभवी खिलाड़ियों को बतौर अस्थायी समाधान टीम में रख सकते थे?
103 टेस्ट मैच खेल चुके हैं पुजारा
पुजारा 103 टेस्ट मैच खेल चुके हैं. उनसे जब पूछा गया कि क्या मुख्य कोच गौतम गंभीर ने टीम चयन से पहले उनसे संपर्क किया था, तो उन्होंने एक इंटरव्यू में कहा कि नहीं, अभी तक नहीं. उन्होंने यह भी कहा कि अगर उन्हें मौका मिला, तो वे फिर से भारत का प्रतिनिधित्व करने को तैयार हैं. उनका मानना है कि जब तक कोई खिलाड़ी फिट है और घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहा है, तब तक उसे मौका मिलना चाहिए.
भारत की टेस्ट टीम की घोषणा से ठीक पहले पुजारा की यह प्रतिक्रिया सामने आई. लेकिन अंततः चयनकर्ताओं ने अनुभव की बजाय युवा खिलाड़ियों पर भरोसा जताया. साई सुदर्शन को पहली बार टेस्ट टीम में शामिल किया गया है और करुण नायर की टीम में आठ साल बाद वापसी हुई है. अजीत अगरकर के नेतृत्व वाली चयन समिति ने पुजारा और रहाणे जैसे सीनियर खिलाड़ियों को दरकिनार कर दिया.
ऑस्ट्रेलिया में पुजारा का अच्छा रिकॉर्ड
पुजारा ने यह भी कहा कि अगर उन्हें ऑस्ट्रेलिया दौरे पर मौका मिलता, तो वे टीम के लिए योगदान दे सकते थे. ऑस्ट्रेलिया में उनके अच्छे रिकॉर्ड को देखते हुए, उनका मानना है कि वे वहां बेहतर प्रदर्शन कर सकते थे. 2018 और 2019 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया में भारत की ऐतिहासिक जीतों में 521 और 271 रन बनाए थे. हालांकि इंग्लैंड में उनका प्रदर्शन औसत रहा है, जहां उन्होंने 14 टेस्ट में 31 की औसत से 806 रन बनाए हैं, जिनमें एक शतक शामिल है.


