‘ये जीत खास है लेकिन…’ विराट कोहली ने IPL ट्रॉफी को बताया टेस्ट क्रिकेट से 5 लेवल नीचे
आईपीएल 2025 का खिताब जीतकर विराट कोहली ने अपने करियर का बड़ा सपना पूरा किया. पहली बार ट्रॉफी उठाने के बाद वो भावुक हो गए. लेकिन उन्होंने इस जीत को टेस्ट क्रिकेट से तुलना करते हुए 5 लेवल नीचे बताया और युवाओं को टेस्ट फॉर्मेट अपनाने की सलाह दी.

भारतीय क्रिकेट के पोस्टर बॉय विराट कोहली ने आखिरकार वह मुकाम हासिल कर लिया जिसका इंतज़ार न सिर्फ उन्होंने, बल्कि RCB के करोड़ों फैंस ने वर्षों तक किया. इंडियन प्रीमियर लीग 2025 में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु ने ऐतिहासिक जीत दर्ज करते हुए ट्रॉफी अपने नाम की. विराट की आंखों में खुशी के आंसू थे. मैदान पर वो बेहद भावुक दिखे. यह जीत उनके लिए एक निजी विजय से कम नहीं थी. आखिरकार उन्होंने उस टीम को ट्रॉफी दिला दी, जिसके साथ वो अपनी युवावस्था से जुड़े हैं.
मैच के बाद विराट कोहली ने कहा, “ये जीत सिर्फ एक ट्रॉफी नहीं, बल्कि मेरे 18 साल की मेहनत का फल है. मैंने अपनी जवानी, अपनी श्रेष्ठता और अब अपना अनुभव इस टीम को दिया है. हर साल जीतने की कोशिश की, हर बार उम्मीद की. आज जब आखिरी गेंद फेंकी गई, तो मेरी आंखें भर आईं.” विराट ने ये भी जोड़ा कि उन्होंने कभी टीम नहीं बदली, कभी आरसीबी से अलग होने का नहीं सोचा, क्योंकि बेंगलुरु उनके दिल के सबसे करीब है.
जब पूछा गया – कितनी खास है ये ट्रॉफी?
विराट को जब पूछा गया कि क्या ये IPL ट्रॉफी उनके करियर की सबसे बड़ी उपलब्धि है, तो उन्होंने बड़ी सादगी से कहा – "ये पल खास है, लेकिन मैं इसे अपने टेस्ट क्रिकेट के अनुभवों से नीचे रखता हूं. मैंने इस टीम को नहीं छोड़ा, ये मेरे साथ खड़ी रही और आज ये ट्रॉफी हमारे रिश्ते की जीत है."
टेस्ट क्रिकेट को बताया सबसे ऊंचा स्तर
विराट ने IPL की चमक-दमक के बीच टेस्ट क्रिकेट की अहमियत को फिर दोहराया. उन्होंने साफ कहा, “मैं आने वाले युवाओं से कहूंगा कि टेस्ट क्रिकेट को अपनाओ. IPL ट्रॉफी बहुत कुछ है, लेकिन टेस्ट क्रिकेट इससे 5 लेवल ऊपर है. जब आप टेस्ट में अच्छा करते हैं, तो दुनिया आपका सम्मान करती है. वो आपकी आंखों में देख कर आपको पहचानती है. यही क्रिकेट की असली पहचान है.”
भावनाओं में डूबा विराट का बयान
इस जीत ने विराट कोहली को एक नायक की तरह खड़ा किया, लेकिन उनकी विनम्रता और टेस्ट क्रिकेट के प्रति प्यार ने उन्हें एक सच्चा खिलाड़ी साबित किया. IPL में भले उन्होंने ट्रॉफी जीत ली हो, लेकिन उनकी आत्मा आज भी लाल गेंद के क्रिकेट में रचती-बसती है.


