'20 करोड़ रुपये का कर्ज था, लगातार मिल रही थीं धमकियां', आत्महत्या करने वाले परिवार के रिश्तेदार ने बताया
हरियाणा के पंचकूला में एक ही परिवार के छह सदस्य कार में मृत मिले, जबकि एक सदस्य की हालत गंभीर है. मृतक प्रवीण मित्तल पर 20 करोड़ रुपये का कर्ज था और लगातार धमकियां मिल रही थीं. आर्थिक तंगी और संपत्तियों के जब्त होने से परिवार मानसिक दबाव में था. प्रवीण ने सुसाइड नोट में चचेरे भाई से अंतिम संस्कार की इच्छा जताई. पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है.

हरियाणा के पंचकूला में रविवार को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां एक ही परिवार के छह सदस्य एक कार में मृत पाए गए. यह दर्दनाक घटना साकेत्री गांव के पास हुई, जिसने पूरे क्षेत्र में शोक और हैरानी की लहर दौड़ा दी.
कार में मिले शव, जिंदा बचा एक व्यक्ति
स्थानीय लोगों को सड़क किनारे खड़ी एक कार में कुछ असामान्य दिखा, तो उन्होंने झांककर देखा. कार के अंदर परिवार के सभी सदस्य अचेत अवस्था में मिले. तुरंत लोगों ने दरवाजा खोलकर एक सदस्य को बाहर निकाला, जिसकी सांसें चल रही थीं. जहर खाने के कारण उसकी हालत गंभीर थी, लेकिन मरने से पहले उसने बताया, "हम कर्ज में डूबे हुए हैं... मैं भी कुछ ही मिनटों में मर जाऊंगा."
20 करोड़ रुपये के भारी कर्ज में डूबा था परिवार
मरने वाले प्रवीण मित्तल और उनके परिवार पर लगभग 20 करोड़ रुपये का कर्ज था. यह जानकारी उनके मामा के बेटे संदीप अग्रवाल ने दी. उन्होंने बताया कि कर्ज चुकाने में असफल रहने के कारण परिवार को लंबे समय से धमकियाँ मिल रही थीं. उन्होंने कहा कि परिवार बेहद तनाव में जी रहा था और प्रवीण बार-बार अपने हालात को लेकर चिंता जताते थे.
स्क्रैप फैक्ट्री के बंद होने से शुरू हुई मुसीबत
प्रवीण मूल रूप से हरियाणा के हिसार जिले के बरवाला के रहने वाले थे. करीब 12 साल पहले वे पंचकूला में आकर बस गए थे. उनके पास हिमाचल प्रदेश में एक स्क्रैप फैक्ट्री थी, जो आर्थिक समस्याओं के चलते बंद हो गई और बैंक द्वारा जब्त कर ली गई. इसके बाद से ही परिवार आर्थिक तंगी से जूझ रहा था.
बार-बार बदला निवास स्थान
स्क्रैप फैक्ट्री जब्त होने के बाद प्रवीण का परिवार हिसार से देहरादून चला गया. संदीप ने बताया कि यह कदम उन्होंने लगातार मिल रही धमकियों के कारण उठाया था. "पांच साल तक वह किसी से संपर्क में नहीं रहा," संदीप ने कहा. इस दौरान परिवार सामाजिक रूप से भी कट गया था और किसी से ज्यादा मेलजोल नहीं रखता था.
पंचकूला में टैक्सी चलाकर कर रहा था गुजारा
कुछ समय पहले प्रवीण परिवार के साथ पंचकूला लौटे और साकेत्री गांव के पास रहने लगे. अब वे टैक्सी चला कर अपने परिवार का पालन-पोषण कर रहे थे. लेकिन बढ़ते कर्ज और जब्त हो चुकी संपत्तियों के कारण उनकी आर्थिक स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही थी. बैंक पहले ही उनके दो फ्लैट, एक फैक्ट्री और कई गाड़ियां ज़ब्त कर चुका था.
सुसाइड नोट में चचेरे भाई से अंतिम संस्कार का अनुरोध
संदीप ने बताया कि कुछ दिन पहले ही उनकी प्रवीण से फोन पर बात हुई थी. उस दौरान प्रवीण ने भावुक होकर कई बातें कहीं थीं. बाद में जब यह घटना हुई, तो पुलिस ने एक सुसाइड नोट बरामद किया. उसमें प्रवीण ने लिखा था कि उनका अंतिम संस्कार संदीप द्वारा किया जाए. संदीप ने कहा, "मैंने सुसाइड नोट पढ़ा है, प्रवीण ने मुझसे अंतिम संस्कार की इच्छा जताई थी."
पुलिस जांच में जुटी, आत्महत्या की आशंका
पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है. प्राथमिक तौर पर यह आत्महत्या का मामला माना जा रहा है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि सभी पहलुओं की जांच की जा रही है. मौतों की असली वजह जानने के लिए पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट और फॉरेंसिक जांच का इंतज़ार किया जा रहा है.