'अपने बच्चों को अंग्रेजी स्कूल में पढ़ाएंगे और दूसरे के बच्चों को मौलवी बनाना चाहते हैं', विधानसभा में सपा पर बरसे सीएम योगी
सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों की यही समस्या है, आप हर अच्छे काम का विरोध करते हैं जो राज्य के हित में है. इस तरह के विरोध की निंदा की जानी चाहिए. ये लोग अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाएंगे लेकिन अगर सरकार दूसरों के बच्चों को सुविधाएं देना चाहती है, तो वे उन्हें उर्दू पढ़ाएंगे, वे उन्हें मौलवी बनाना चाहते हैं.

उत्तर प्रदेश में विधानसभा का बजट सत्र शुरू हो गया है. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल के अभिभाषण के साथ बजट सत्र की शुरूआत हुई. इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने विपक्षी दल समाजवादी पार्टी पर जमकर निशाना साधा. उन्होंने कहा कि अगर कोई हिंदी में धाराप्रवाह नहीं बोल सकता है तो उसे भोजपुरी, अवधी, ब्रज या बुंदेलखंडी में भी अपनी बात रखने का अधिकार मिलना चाहिए. ये क्या है कि कोई भोजपुरी या अवधी न बोले और उर्दू की वकालत करे? बड़ी अजीब बात है. समाजवादियों का चरित्र इतना दोहरा हो गया है कि वो अपने बच्चों को सरकारी स्कूल में भेजेंगे और दूसरों के बच्चों को बताएंगे कि गांव के स्कूल में पढ़ने के लिए संसाधन नहीं हैं. ये उनका दोहरा चरित्र है.
सीएम योगी ने कहा कि समाजवादी पार्टी के लोगों की यही समस्या है, आप हर अच्छे काम का विरोध करते हैं जो राज्य के हित में है. इस तरह के विरोध की निंदा की जानी चाहिए. ये लोग अपने बच्चों को अंग्रेजी माध्यम के स्कूलों में पढ़ाएंगे लेकिन अगर सरकार दूसरों के बच्चों को सुविधाएं देना चाहती है, तो वे उन्हें उर्दू पढ़ाएंगे, वे उन्हें मौलवी बनाना चाहते हैं. ‘कठमुल्लापन’ की ओर देश को ले जाना चाहते हैं. ये नहीं चल सकता है.
सपा विधायकों ने किया हंगामा
इससे पहले राज्यपाल के अभिभाषण के बाद सपाइयों के हंगामे को देखते हुए विधानसभा की कार्यवाही 12:30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी गई. बजट सत्र की शुरुआत होने से पहले सपा के सदस्यों ने प्रदर्शन की तैयारी कर रखी थी. वे बाहर से हंगामा करते आए और चौधरी चरण सिंह की मूर्ति के पास जाकर प्रदर्शन किया. सपा विधायक अतुल प्रधान अपने को बेड़ियों में जकड़ कर पहुंचे.
अतुल प्रधान ने कहा कि अमेरिका जिस तरह से भारतीयों का अपमान कर रहा है, इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. इस दौरान सपा कार्यकर्ताओं ने हाथों में गगरी और तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया. गगरी में लिखा था कि यह नैतिकता का अस्थि कलश है. वहीं तख्तियों में विभिन्न नारे लिखकर भाजपा पर प्रदेश में भाईचारा मिटाने का आरोप लगाया.
सपा एमएलसी आशुतोष सिन्हा साइकिल से विधानसभा पहुंचे. उन्होंने साइकिल में मटकी टांग रखी थी, जिस पर लिखा था नैतिकता का अस्थि कलश. राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने अपने अभिभाषण में सरकार की नीतियों और उपलब्धियों की चर्चा भी की है.
बजट सत्र से पहले क्या बोले योगी आदित्यनाथ?
इसके पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि हार की हताशा से परेशान विपक्ष अपनी खुन्नस को सदन पर नहीं उतारेगा, बल्कि सदन की कार्यवाही को सुचारू रूप से संचालित करने में सकारात्मक योगदान करेगा. सीएम ने कहा कि अभिभाषण व बजट महत्वपूर्ण मुद्दे होते हैं, जिसमें विपक्ष ही नहीं, बल्कि सदन का हर सदस्य अपनी बात को प्रभावी ढंग से रख सकता है. इसके अलावा भी विपक्ष जिस मुद्दे पर चर्चा करना चाहेगा, सरकार उसका तथ्यात्मक जवाब देने के लिए पूरी तरह से तैयार है. हम चाहते हैं कि सदन सार्थक चर्चा का मंच बने.
20 फरवरी को पेश होगा यूपी का बजट
20 फरवरी को वर्ष 2025-26 का यूपी का सामान्य बजट सदन में प्रस्तुत होगा. सदन 18 फरवरी से 5 मार्च तक प्रस्तावित किया गया है. सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश के इतिहास में बहुत कम क्षण आए हैं, जब इतने लंबे समय के लिए सदन आहूत किया गया हो. सदन की कार्यवाही सुचारू रूप से संपन्न हो, यह केवल सत्ता पक्ष का नहीं, बल्कि विपक्ष का भी महत्वपूर्ण दायित्व है. उन्होंने आशा जताई कि सदन चर्चा-परिचर्चा का मंच बने.


