हर्षिल, धराली के बाद अब चमोली में फटा बादल, 1 व्यक्ति की मौत, कारें दबीं, घरों में भरा पानी
उत्तराखंड के चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बादल फटने से भारी तबाही हुई, एक की मौत, कई लापता, घर-मकान क्षतिग्रस्त, सड़कें बंद, सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ राहत-बचाव में जुटी, सीएम धामी हालात पर नजर रख रहे हैं, प्रशासन ने राहत शिविर लगाए, मौसम विभाग ने 25 अगस्त तक भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया.

उत्तराखंड के चमोली जिले में शुक्रवार रात बादल फटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई और एक अन्य के लापता होने की आशंका है. बादल फटने से घरों और इमारतों में मलबा भर गया. अधिकारियों के अनुसार, थराली बाजार क्षेत्र और थराली तहसील परिसर मलबे से बुरी तरह ढक गए हैं. एसडीएम के आधिकारिक आवास, दुकानों और वाहनों सहित कई रिहायशी इलाके भी मलबे में दब गए हैं. पास के सागवाड़ा गांव में एक इमारत के अंदर मलबे के नीचे एक लड़की के दबे होने की खबर मिली, जिससे इलाके में दहशत फैल गई.
अधिकारियों ने बताया कि स्थानीय लोग अपने घरों से बाहर निकल आए हैं और बचाव कार्य जारी है. चेपडन बाजार क्षेत्र की कुछ दुकानें भी क्षतिग्रस्त हो गईं. मलबा और भारी बारिश के कारण थराली-ग्वालदम मार्ग और थराली-सागवाड़ा मार्ग बंद हो गए हैं, जिससे यातायात प्रभावित हुआ है. एक वीडियो में लोगों को अपने घरों से गुजरते हुए दिखाया गया है, जो मलबे से ढके हुए हैं और घुटनों तक पानी भरा हुआ है.
भारी नुकसान की आशंका
चमोली के जिलाधिकारी संदीप तिवारी ने बताया कि चमोली के थराली तहसील में कल रात बादल फटने से काफी नुकसान होने की आशंका है. बादल फटने से काफी मलबा आया है, जिससे एसडीएम आवास समेत कई मकान पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए हैं. अधिकारियों ने बताया कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें कल रात से ही बचाव कार्य में लगी हुई हैं.
अतिरिक्त जिला मजिस्ट्रेट विवेक प्रकाश ने कहा कि एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें कल रात घटनास्थल पर पहुंच गईं. बाढ़ के कारण सड़कें बंद हो गई हैं और लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. प्रशासन राहत कार्य में लगा हुआ है. इसके अलावा, हमने राहत शिविर भी स्थापित किए हैं.
भारतीय सेना भी रेस्क्यू ऑपरेशन में जुटी
भारतीय सेना की मध्य कमान ने कहा कि भारतीय सेना ने रुद्रप्रयाग और जोशीमठ से एचएडीआर कॉलम, मेडिकल टीमें और खोजी एवं बचाव कुत्तों को सक्रिय कर दिया है. थराली में सेना की टुकड़ी पहले से ही ग्राउंड जीरो पर है और तत्काल बचाव एवं राहत कार्य कर रही है. अतिरिक्त सैनिक और संसाधन जुटाए जा रहे हैं और वर्तमान में नागरिक प्रशासन के साथ संयुक्त अभियान चल रहा है. उन्होंने कहा कि भारतीय सेना आपदा के समय मजबूती से खड़ी है और जान बचाने और सामान्य स्थिति बहाल करने के लिए प्रतिबद्ध है.
चमोली पुलिस ने बताया कि कई स्थानीय लोगों को उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया है. थराली थाना क्षेत्र में कल रात हुई भारी बारिश के कारण जन-जीवन प्रभावित हुआ. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए, थराली पुलिस ने रात में ही तत्परता दिखाते हुए स्थानीय लोगों को सतर्क किया और उन्हें उनके घरों से निकालकर सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया.
सीएम धामी लगातार रख रहे नजर
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह स्थिति पर करीब से नजर रख रहे हैं. उन्होंने एक्स पर एक पोस्ट में लिखा, "कल देर रात चमोली जिले के थराली क्षेत्र में बादल फटने की दुखद सूचना मिली. जिला प्रशासन, एसडीआरएफ और पुलिस मौके पर पहुँचकर राहत एवं बचाव कार्य में जुट गए हैं. इस संबंध में मैं स्थानीय प्रशासन के लगातार संपर्क में हूं और व्यक्तिगत रूप से स्थिति पर कड़ी नजर रख रहा हूं. मैं ईश्वर से सभी की सुरक्षा की प्रार्थना करता हूं."
भारी वर्षा से हो रहा भूस्खलन
उत्तराखंड में इस मौसम में लगातार भारी बारिश के साथ बादल फटने, अचानक बाढ़ और भूस्खलन की घटनाएं हो रही हैं. इस महीने की शुरुआत में, उत्तराखंड के हर्षिल और धराली में बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिससे कई लोग लापता हो गए और बुनियादी ढांचे को भारी नुकसान पहुंचा.
मौसम विभाग ने जारी किया ऑरेंज अलर्ट
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने 25 अगस्त तक उत्तराखंड में बहुत भारी वर्षा के लिए 'ऑरेंज' अलर्ट जारी किया है. मौसम विभाग ने कहा कि 23 अगस्त को बागेश्वर, पिथौरागढ, नैनीताल, देहरादून में, 24 अगस्त को देहरादून, टिहरी, उत्तरकाशी, बागेश्वर, पिथौरागढ में और 25 अगस्त को गढ़वाल हिल्स और नैनीताल, बागेश्वर और पिथौरागढ में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है.


