पारले-जी से मोदी सरकार की तुलना, संसद में अखिलेश यादव ने किया तंज
अखिलेश यादव संसद में केंद्र की मोदी सरकार पर तीखा बयान देते हुए नजर आए. दरअसल उन्होंने पारले-जी बिस्कुट से सरकार की तुलना कर दी, जिसके बाद संसद में हंसी के फुहारे छूटने लगे. मगर इस तरह की बात बोलने के पीछे की असली क्या थी इस बात को जानने के लिए आपके खबर को पूरा पढ़ना होगा. फिलहाल आपको इतना बता दें कि पारले-जी की कंपनी ने साल 1994 में पारले-जी का निर्माण करना शुरू किया था.

संसद में आज यानी मंगलवार को सभा के दौरान कई तरह के नोक-झोंक देखे गए. पक्ष-विपक्ष अपनी-अपनी बात रखते दिखाई दिए. मगर संसद का माहौल तब और गर्म हो गया जब समाजवादी पार्टी (सपा) की तरफ से केंद्र की मोदी सरकार पर सवाल उठाए गए. दरअसल सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव ने पारले-जी बिस्कुट का जिक्र मोदी सरकार से कर दिया. अखिलेश यादव की बातें सुनकर लोगों की हंसी नहीं रुक रही थी. इसी बीच विपक्ष ने भी उन्हें जमकर घेरा.
समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने संसद में कहा कि मोदी सरकार ने पारले- जी बिस्कुट से एक चीज सीखी कि सब कुछ छोटा कर दिया जाए. बता दें कि अखिलेश यादव बजट पर अपनी बात रख रहे थे. उनका कहना था कि केंद्र सरकार ने 10 साल में डीएपी खाद की बोरी को बहुत हद तक छोटा कर चुके हैं. अखिलेश ने आगे कहा कि जिस प्रकार से पारले-जी का पैकेट छोटा हो रहा है उसी तरह से गुजारिश करता हूं कि इसे और छोटा मत कर दीजिए.
देश के किसानों पर कही ये बात
संसद में अखिलेश यादव किसानों की बात करते हुए बोले कि आज के वर्तमान समय में किसान जब डीएपी खाद लेने जाते हैं. जिसके बाद कहा जाता है कि बिना नैनो यूरिया के नहीं मिलेगा. आखिर सरकार बताए कि नैनो यूरिया की मदद से किसानों को क्या लाभ पहुंचा है. हर चीज छोटी कर देने से क्या लोगों का भला हो रहा है. अखिलेश के इस तीखे बयान से और पारले जी बिस्कुट से जोड़ने का सही मतलब क्या है. इस बात का अंदाजा लगाना मुश्किल है. मगर संसद में उपस्थित सभी लोग उनके इस बयान पर हंसने लगे.
पारले- जी बिस्कुट का दाम बढ़ा
अखिलेश ने आखिर पारले- जी बिस्कुट को लेकर इस तरह की बातें क्यों बोली. इस बात का अंदाजा बिस्कुट के पैकेट को देखकर आपको खुद ही पता चल जाएगा. बता दें कि जहां देश में हर खाने-पीने की चीजों के दाम प्रत्येक साल में 10-20 फीसदी बढ़ जाते हैं, वहीं दूसरे तरफ पारले जी बिस्कुट की सबसे छोटी पैकेट का दाम 30 साल में केवल 1 रुपये ही बढ़ाया गया. मगर कंपनी अपना बिना नुकसान किए पैकेट से बिस्कुट को कम कर दे रही है.