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PM मोदी की रैलियों से अचानक क्यों दूर हुए CM नीतीश? भाजपा नेता धर्मेंद्र प्रधान ने दिया जवाब

केंद्रीय शिक्षा मंत्री और बिहार में भाजपा के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की रैलियाँ अलग-अलग होना किसी मतभेद या नाराज़गी की वजह से नहीं, बल्कि यह एनडीए की चुनावी रणनीति का हिस्सा है. प्रधान ने कहा कि हमारी योजना यह थी कि सभी बड़े नेता अलग-अलग जगहों पर जाकर चुनाव प्रचार करें, ताकि अधिक से अधिक क्षेत्रों को कवर किया जा सके.

Anuj Kumar
Edited By: Anuj Kumar

नई दिल्ली: बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए और विपक्ष के बीच बयानबाज़ी तेज़ हो गई है. विपक्षी महागठबंधन ने हाल ही में दावा किया था कि मुख्यमंत्री पद को लेकर एनडीए गठबंधन में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है. उनका कहना था कि इसी वजह से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने अचानक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की चुनावी रैलियों से दूरी बना ली है.

धर्मेंद्र प्रधान ने दिया जवाब

इस दावे पर केंद्रीय मंत्री और बिहार में भाजपा के प्रभारी धर्मेंद्र प्रधान ने सोमवार को जवाब दिया। उन्होंने स्पष्ट कहा कि प्रधानमंत्री और मुख्यमंत्री की रैलियाँ अलग-अलग होना किसी मतभेद या नाराज़गी की वजह से नहीं, बल्कि यह एनडीए की चुनावी रणनीति का हिस्सा है. प्रधान ने कहा कि हमारी योजना यह थी कि सभी बड़े नेता अलग-अलग जगहों पर जाकर चुनाव प्रचार करें, ताकि अधिक से अधिक क्षेत्रों को कवर किया जा सके.

'यह चुनावी रणनीति का हिस्सा'

धर्मेंद्र प्रधान ने बताया कि चुनाव प्रचार शुरू होने से पहले प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और बिहार सरकार के निमंत्रण पर लगभग 7-8 सरकारी कार्यक्रमों में हिस्सा लिया था. 24 अक्टूबर को जननायक कर्पूरी ठाकुर के गांव से एनडीए ने प्रचार अभियान की शुरुआत की थी, जहां प्रधानमंत्री मोदी, नीतीश कुमार, उपेंद्र कुशवाहा और चिराग पासवान समेत सभी प्रमुख नेता मौजूद थे. उसके बाद तय रणनीति के अनुसार सभी नेताओं ने अलग-अलग रैलियाँ की.

कांग्रेस ने उठाए सवाल

वहीं, कांग्रेस ने इस पूरे मुद्दे पर सवाल उठाते हुए कहा था कि भाजपा अब नीतीश कुमार को दोबारा मुख्यमंत्री नहीं बनाना चाहती. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने आरोप लगाया था कि भाजपा नीतीश कुमार को दरकिनार करने की साजिश रच रही है. उन्होंने कहा कि जब एनडीए का घोषणापत्र जारी किया गया, तब भी नीतीश कुमार को बोलने का मौका नहीं दिया गया.

'किसी तरह का भ्रम नहीं'

इन आरोपों पर धर्मेंद्र प्रधान ने स्थिति साफ कर दी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पद को लेकर किसी तरह का भ्रम नहीं है. नीतीश कुमार ही एनडीए की ओर से मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार हैं. प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने खुद यह बात कही है कि हमारे पास कोई पद खाली नहीं है. जब मौजूदा मुख्यमंत्री का नाम पहले से तय है, तो किसी और नाम की चर्चा की जरूरत ही नहीं है. 
 

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10 November 2025, 06:47 PM IST

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