पंजाब में भ्रष्टाचारियों पर वार, CM मान ने फिर दोहराया संकल्प
पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस नीति अपनाने की बात कही है. सीएम मान ने कहा कि ये लड़ाई भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ है.

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अपनी सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दोहराते हुए कहा है कि भ्रष्टाचार में लिप्त किसी भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा, चाहे वह कोई भी हो. उन्होंने स्पष्ट किया कि यह लड़ाई किसी व्यक्ति विशेष के खिलाफ नहीं, बल्कि भ्रष्ट तंत्र के खिलाफ है. इसमें आम लोगों की भागीदारी अनिवार्य है.
भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत अभियान
मुख्यमंत्री मान ने कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार के खिलाफ एक मजबूत अभियान शुरू किया है, जिसमें विजिलेंस ब्यूरो ने मार्च 2022 से अब तक 673 मामले दर्ज किए हैं और 758 आरोपियों को गिरफ्तार किया है. उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार से निपटने के लिए एक व्हाट्सएप हेल्पलाइन नंबर 9501200200 शुरू किया गया है, जिसके माध्यम से लोग सीधे शिकायतें दर्ज कर सकते हैं.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने 52 पुलिस अधिकारियों को सेवा से बर्खास्त किया है और कई अन्य के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की है. उन्होंने कहा कि यह कार्रवाई सभी स्तरों पर की जा रही है. चाहे वह प्रशासनिक अधिकारी हों, पुलिसकर्मी हों या राजनेता.
मुख्यमंत्री की लोगों से अपील
मुख्यमंत्री ने लोगों से अपील की कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ इस अभियान में सक्रिय रूप से भाग लें और किसी भी भ्रष्टाचार की घटना की सूचना दें. उन्होंने कहा कि उनकी सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ इस लड़ाई को तब तक जारी रखेगी जब तक इसे पूरी तरह से समाप्त नहीं कर दिया जाता.
मुख्यमंत्री ने यह भी कहा कि उनकी सरकार ने पिछले तीन वर्षों में विभिन्न विभागों में 54,142 नई नौकरियाँ दी हैं. इन नियुक्तियों में पूरी पारदर्शिता और मेरिट का पालन किया गया है. उन्होंने कहा कि यह कदम सरकारी तंत्र में भ्रष्टाचार को समाप्त करने की दिशा में महत्वपूर्ण है. इस प्रकार, मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने अपनी सरकार की भ्रष्टाचार विरोधी नीति को मजबूत करते हुए यह संदेश दिया है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ कोई समझौता नहीं होगा और इसमें सभी की भागीदारी आवश्यक है.


