Delhi Election 2025: महिलाओं के हाथ में होगी सत्ता की चाबी, आंकड़े दे रहे गवाही
Delhi Election 2025: महाराष्ट्र, हरियाणा, ओडिशा और MP में बीजेपी की महिलाओं से जुड़ी योजनाएं गेम चेंजर साबित हुईं हैं. दिल्ली में बीजेपी ने महिलाओं के लिए 2100 रुपये प्रतिमाह देने का वादा किया है.

Delhi Assembly Election 2025: बीजेपी ने दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए अपना घोषणापत्र जारी किया है, जिसे 'संकल्प पत्र' नाम दिया गया है. यह घोषणापत्र तीन चरणों में पेश किया जाएगा. पहले चरण में बीजेपी ने वादा किया है कि अगर वह सत्ता में आई तो महिला समृद्धि योजना के तहत हर महिला को 2100 रुपये प्रति माह दिए जाएंगे. इसके अलावा, हर गर्भवती महिला को 21000 रुपये देने का वादा किया गया है.
बीजेपी ने ये वादे तब किए हैं, जब मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, हरियाणा और ओडिशा में महिलाओं के लिए योजनाएं लागू करने के बाद पार्टी को बड़ी चुनावी जीत मिली थी. अब दिल्ली में महिलाओं को लुभाने के लिए बीजेपी ने एक और बड़ा कदम उठाया है.
महिला कल्याण योजनाओं से बीजेपी को क्या फायदा हुआ?
बीजेपी ने मध्य प्रदेश में 'लाडली बहन योजना' शुरू की थी, जिसके तहत महिलाओं को 1000 रुपये प्रति माह दिए गए, और दिसंबर 2023 में इसे 1250 रुपये कर दिया गया. ओडिशा में 'सुभद्रा योजना' के तहत महिलाओं को हर साल 10,000 रुपये दिए जाते हैं. महाराष्ट्र में 'मुख्यमंत्री लड़की बहन योजना' के तहत महिलाओं को 1500 रुपये प्रति माह मिलने थे, जिसे नवंबर 2024 में बढ़ाकर 2100 रुपये कर दिया गया. इन योजनाओं का बीजेपी को चुनावी लाभ मिला है. मध्य प्रदेश में पहली बार बीजेपी ने सरकार बनाई, वहीं महाराष्ट्र में महायुति ने बड़ी सफलता हासिल की. हरियाणा में भी बीजेपी ने लगातार जीत दर्ज की. अब दिल्ली में भी बीजेपी ने महिलाओं को 2500 रुपये प्रति माह देने का वादा किया है, जिससे पार्टी को उम्मीद है कि यह कदम दिल्ली की महिलाओं का समर्थन हासिल करेगा.
क्या दिल्ली में महिलाओं के लिए वादे काम करेंगे?
लेकिन सवाल ये उठ रहा है कि क्या बीजेपी को बाकी राज्यों की तरह दिल्ली में भी महिलाओं से जुड़ी घोषणाओं का फायदा मिलेगा? यह सवाल इसलिए अहम है क्योंकि आम आदमी पार्टी (AAP) ने भी महिलाओं के लिए कई योजनाएं बनाई हैं, और उसने दिल्ली में शिक्षा, बिजली और पानी जैसी सेवाओं का श्रेय लिया है.
वरिष्ठ पत्रकार हेमंत अत्री ने कहा कि बीजेपी के लिए महिलाओं को चुनावी वादों में जोड़ना अब एक सामान्य प्रक्रिया बन गई है, जो पिछले राज्यों में सफल साबित हुई है. वहीं, राजनीति विज्ञान के प्रोफेसर आशुतोष कुमार का मानना है कि अब सरकारें सीधे लोगों को लाभ देने वाली योजनाओं पर ध्यान देती हैं, जो चुनाव जीतने में मदद करती हैं. लेकिन वे यह भी मानते हैं कि इस तरह की योजनाएं वोट बैंक को प्रभावित करती हैं, लेकिन स्थायी बदलाव नहीं लातीं.
आशुतोष कुमार के अनुसार, दिल्ली में बीजेपी को फायदा हो सकता है क्योंकि यहां भी बड़ी संख्या में गरीब महिलाएं हैं. लेकिन यह भी देखा जाएगा कि आम आदमी पार्टी की योजनाओं और बीजेपी के वादों के बीच चुनावी मुकाबला किस दिशा में जाएगा.
आम आदमी पार्टी और कांग्रेस ने महिलाओं के लिए क्या वादे किए?
आम आदमी पार्टी ने घोषणा की है कि वह महिलाओं को हर महीने 2100 रुपये देंगे. इसके अलावा, बुजुर्गों के लिए फ्री इलाज, पुजारियों और ग्रंथियों को 18,000 रुपये प्रति माह और 200 यूनिट फ्री बिजली देने का भी वादा किया है.
कांग्रेस ने भी महिलाओं के लिए 'प्यारी दीदी योजना' के तहत हर महीने 2500 रुपये देने का वादा किया है. इसके अलावा, उन्होंने 25 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज, युवाओं के लिए अप्रेंटिसशिप, और 500 रुपये में गैस सिलेंडर देने की घोषणा की है. इन योजनाओं के जरिए सभी पार्टियां दिल्ली में महिला वोटर्स को अपनी ओर आकर्षित करने की कोशिश कर रही हैं.


