2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाने की साजिश, छांगुर बाबा पर ATS की चार्जशीट में खुलासा
यूपी एटीएस ने बलरामपुर धर्मांतरण रैकेट मामले में छांगुर बाबा और उसके बेटे महबूब पर 500 करोड़ रुपये की विदेशी फंडिंग से अवैध धर्मांतरण कराने और महिलाओं का शोषण करने का आरोप लगाते हुए चार्जशीट दाखिल की है.

Chhangur religious conversion case: उत्तर प्रदेश एंटी-टेररिज्म स्क्वॉड (ATS) ने बलरामपुर में अवैध सामूहिक धर्मांतरण रैकेट मामले में खुद को 'गॉडमैन' बताने वाले जलालुद्दीन उर्फ छांगुर बाबा और उसके बेटे महबूब के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की है. ATS के अनुसार, दोनों पर आरोप है कि उन्होंने पिछले तीन सालों में 1,000 से ज्यादा मुस्लिम पुरुषों को हिंदू लड़कियों को फंसाने और धर्मांतरण कराने के लिए फंडिंग की.
500 करोड़ रुपये की फंडिंग का आरोप
ATS की जांच में सामने आया है कि छांगुर बाबा को मुस्लिम देशों से 500 करोड़ रुपये प्राप्त हुए. इस रकम का इस्तेमाल धर्मांतरण रैकेट चलाने और गरीब, विधवा व कमजोर महिलाओं को निशाना बनाने में किया गया. जांच एजेंसी का दावा है कि ये नेटवर्क लंबे समय की योजना के तहत प्रलोभन और धमकियों के जरिए धर्मांतरण करा रहा था, जिसका मकसद 2047 तक भारत को इस्लामिक राष्ट्र बनाना था.
गवाहों और पीड़ितों के बयान अहम सबूत
चार्जशीट में 29 गवाहों के बयान शामिल हैं, जिनमें 10 पीड़िताएं हैं. इनमें से एक महिला ने महबूब और उसके सहयोगी नवीन रोहरा पर यौन शोषण और उत्पीड़न का आरोप लगाया है. दूसरी महिला ने बताया कि उसे साड़ी दिलाने के बहाने एक निजी कमरे में ले जाया गया, जहां उसके साथ दुर्व्यवहार हुआ और बाद में धर्म बदलने का दबाव बनाया गया.
विदेशी फंडिंग और जमीन खरीद का खुलासा
जांच में नवीन रोहरा की भूमिका भी सामने आई है. दुबई में कारोबार छोड़ने के बाद वो भारत में धर्मांतरण गतिविधियों पर फोकस कर रहा था. ATS के मुताबिक, नवीन रोहरा को विदेशी स्रोतों से लगभग 16.50 करोड़ रुपये मिले, जिसमें से 1.30 करोड़ रुपये छांगुर और महबूब को ट्रांसफर किए गए. इस रकम से बलरामपुर, बहराइच और आसपास के जिलों में जमीन खरीदी गई, जहां इस्लामिक दवा सेंटर और मदरसे खोलने की तैयारी थी.
संगठित नेटवर्क का हिस्सा बताया
ATS की चार्जशीट के अनुसार, ये कोई अलग-अलग घटनाएं नहीं थीं, बल्कि एक सुनियोजित और संगठित नेटवर्क था. इसमें वित्तीय प्रलोभन, मानसिक दबाव और धमकियों का इस्तेमाल कर कमजोर लोगों को निशाना बनाया गया. चार्जशीट में 'हेट टूलकिट' का भी जिक्र है, जिसमें हिंदू विरोधी स्क्रिप्ट पब्लिश करने की योजना का खुलासा हुआ.
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छांगुर बाबा की गतिविधियों को 'असामाजिक' और 'राष्ट्रविरोधी' बताया. मामले की जांच एटीएस, ईडी और संभवतः राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) कर रही है. इसी बीच, छांगुर बाबा ने खुद को निर्दोष बताते हुए कहा- मैं निर्दोष हूं. मुझे कुछ नहीं पता.


