भारत से दूरी महंगी पड़ेगी... तुर्की के व्यापारियों को सताने लगा घाटे का डर
पहलगाम आतंकी हमले के बाद तुर्की के पाकिस्तान समर्थन से नाराज भारत के जयपुर-किशनगढ़ के व्यापारियों ने तुर्की से मार्बल आयात बंद करने का ऐलान किया है.

पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर पहुंच गया. इसी बीच, तुर्की ने खुलेआम पाकिस्तान का समर्थन कर भारत की नाराजगी को और गहरा कर दिया है. तुर्की के रुख से खफा भारत के कारोबारी अब आर्थिक मोर्चे पर जवाब देने के मूड में हैं. सबसे पहले राजस्थान के मार्बल उद्योग से जुड़े जयपुर और किशनगढ़ के व्यापारियों ने तुर्की से आयात पूरी तरह से बंद करने की घोषणा की है.
हर साल करोड़ों रुपए का तुर्की मार्बल भारत आता है, लेकिन अब व्यापारियों ने राष्ट्रहित को सर्वोपरि मानते हुए तुर्की के उत्पादों का पूर्ण बहिष्कार करने का फैसला लिया है. कारोबारी संगठनों ने स्पष्ट कहा है कि पाकिस्तान का समर्थन करने वाले किसी भी देश से अब कोई व्यापार नहीं होगा.
भारत से टूटे व्यापारिक रिश्ते
जयपुर और किशनगढ़ में मार्बल और ग्रेनाइट का बड़ा व्यापार होता है और यहां तुर्की से भारी मात्रा में कच्चा माल मंगाया जाता था. लेकिन अब इन इलाकों के प्रमुख व्यापार संगठनों ने तुर्की से व्यापार बंद करने की घोषणा कर दी है. जयपुर के विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया में मार्बल कारोबार से जुड़े सभी व्यापारियों ने एक स्वर में कहा है कि वे अब तुर्की से एक भी मार्बल स्लैब नहीं मंगाएंगे. विश्वकर्मा इंडस्ट्रियल एरिया के अध्यक्ष जगदीश सोमानी ने कहा कि तुर्की ने पाकिस्तान का साथ देकर अपना असली चेहरा दिखा दिया है. अब हमारे इंडस्ट्रियल एरिया में कोई व्यापारी तुर्की से मार्बल नहीं मंगाएगा. राष्ट्रहित हमारे लिए सबसे ऊपर है.
तुर्की के व्यापारी खुद घबराए
भारत के इस बहिष्कार से तुर्की के कारोबारी खुद घबरा गए हैं. उन्हें अपने भारी नुकसान की आशंका सताने लगी है. खबर है कि तुर्की के कई बड़े मार्बल निर्यातकों ने भारत के व्यापारियों से संपर्क साधना शुरू कर दिया है. वे लगातार ईमेल, कॉल और व्हाट्सएप के जरिए व्यापार ना तोड़ने की अपील कर रहे हैं. मार्बल और ग्रेनाइट के क्षेत्र में भारत एक बड़ा ग्राहक है. तुर्की के व्यापारियों को डर है कि भारत से व्यापार टूटने पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय बाजार में तगड़ा नुकसान उठाना पड़ेगा.
'राष्ट्रविरोधी रवैया बर्दाश्त नहीं'- व्यापारियों ने चेताया
जयपुर-किशनगढ़ के व्यापारियों का साफ कहना है कि जो भी देश भारत के विरोधियों के साथ खड़ा होगा, वो हमारे व्यापार का हिस्सा नहीं रहेगा. व्यापारियों ने चेतावनी दी है कि अगर तुर्की ने अपनी विदेश नीति में बदलाव नहीं किया तो ये बहिष्कार केवल राजस्थान तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि देशभर में फैल जाएगा. ये पहला मौका है जब किसी देश की नीतियों के विरोध में भारत के व्यापारी इतने सख्त रुख में नजर आए हैं. व्यापारी समुदाय के अनुसार अब सिर्फ व्यापार नहीं, राष्ट्रहित भी प्राथमिकता है. लोगों का कहना है कि जो देश भारत के दुश्मनों से हाथ मिलाएगा, उसे आर्थिक मोर्चे पर करारा जवाब दिया जाएगा.


