जॉब से जीता जाएगा बिहार का सियासी रण, मोदी सरकार की रोजगार योजना बनेगी युवाओं के लिए मास्टर स्ट्रोक
मोदी सरकार ने बेरोजगार से जूझ रहे युवाओं के लिए 'एम्प्लॉयमेंट लिंक्ड इंसेंटिव (ELD)'योजना शुरू की गई है.एस योजना में अगले दो वर्षो में 3.5 करोड़ से अधिक रोजगार पैदा करने लाने की सक्ष्य है.जिसके लिए 1 लाख करोड़ का बजट आवंटित किया गया है.

Bihar Election 2025: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार ने बिहार की सियासी जंग में एक नया दांव खेला है। हाल ही में शुरू की गई रोजगार योजना ने न केवल युवाओं के लिए अवसरों के द्वार खोले हैं, बल्कि यह बिहार के राजनीतिक का एक गेम-चेंजर भी साबित हो सकती है। यह योजना नौकरी के अवसरों को बढ़ावा देकर युवा मतदाताओं को आकर्षित करने की एक सुनियोजित रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। बिहार, जहां बेरोजगारी लंबे समय से एक ज्वलंत मुद्दा रही है. वहां यह योजना युवाओं के बीच नई उम्मीद जगा रही है। केंद्र सरकार का यह कदम न केवल आर्थिक विकास को गति देगा, बल्कि सियासी समीकरणों को भी प्रभावित कर सकता है।
युवाओं के लिए नई राह
मोदी सरकार की इस योजना का लक्ष्य बिहार के लाखों युवाओं को रोजगार के अवसर प्रदान कराना है। इस योजना के तहत विभिन्न क्षेत्रों में कौशल विकास, प्रशिक्षण कार्यक्रम, और नौकरी मेले आयोजित किए जा रहे हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि यह योजना बिहार के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। यह योजना न केवल बिहार के युवाओं के लिए रोजगार के नए द्वार खोलेगी, बल्कि यह राज्य की आर्थिक प्रगति में भी योगदान देगी.
सियासी समीकरणों पर प्रभाव
बिहार में जहां युवा मतदाता एक बड़ा वोट बैंक हैं. वहां यह योजना राजनीतिक दलों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकती है। विपक्षी दलों ने इस योजना को सियासी करार दिया है. लेकिन जानकारों का मानना है कि यह कदम केंद्र सरकार की छवि को और मजबूत करेगा। बिहार में होने वाले आगामी चुनावों में इस योजना का प्रभाव साफ तौर पर देखा जा सकता है। “युवाओं को रोजगार देना हमारी प्राथमिकता है। यह योजना बिहार की सियासत को नई दिशा देगी.
युवाओं में बढ़ती उम्मीद
बिहार के युवा इस योजना को लेकर उत्साहित हैं। कई युवाओं ने इस योजना के तहत प्रशिक्षण कार्यक्रमों में हिस्सा लिया है और उन्हें रोजगार के अवसर मिलने की उम्मीद है। खासकर ग्रामीण क्षेत्रों में, जहां बेरोजगारी की समस्या गंभीर है. इस योजना ने लोगों के बीच नई ऊर्जा का संचार किया है।
मोदी सरकार की इस योजना का असली प्रभाव तब देखने को मिलेगा जब यह जमीन पर पूरी तरह लागू होगी। हालांकि, शुरुआती संकेत सकारात्मक हैं. और यह योजना बिहार के युवाओं के लिए एक नई शुरुआत का प्रतीक बन सकती है। अगर यह योजना अपनी पूरी क्षमता के साथ लागू होती है. तो यह न केवल बिहार की अर्थव्यवस्था को मजबूत करेगी, बल्कि केंद्र सरकार की सियासी स्थिति को भी और सुदृढ़ करेगी।


