सरकारी दफ्तर या ‘अखाड़ा’? लखनऊ IT ऑफिस में हाथापाई का वीडियो वायरल
इनकम टैक्स ऑफिस में IRS अधिकारी गौरव गर्ग पर हमले के बाद यूपी की सियासत गरमा गई. सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी सरकार पर तंज कसते हुए जांच की मांग की. वहीं, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी सिविल अस्पताल पहुंचे और घायल अधिकारी का हालचाल जाना.

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में स्थित आयकर विभाग का दफ्तर गुरुवार को अचानक एक अखाड़ा बन गया, जब दो वरिष्ठ IRS अधिकारियों के बीच कहासुनी मारपीट में बदल गई. यह घटना हजरतगंज स्थित इनकम टैक्स ऑफिस में दोपहर करीब 3 बजे हुई, जहां जॉइंट कमिश्नर योगेंद्र मिश्रा ने असिस्टेंट कमिश्नर गौरव गर्ग पर कथित रूप से ग्लास से हमला कर दिया.
गौरव गर्ग को हमले के बाद गंभीर चोटें आईं, जिसके चलते उन्हें तत्काल सिविल अस्पताल ले जाया गया. पुलिस ने पुष्टि की है कि वह खतरे से बाहर हैं. इस घटना के बाद हजरतगंज पुलिस मौके पर पहुंची और पीड़ित अधिकारी का बयान दर्ज किया गया, हालांकि अब तक कोई केस दर्ज नहीं हुआ है.
लंबे समय से चल रहा था विवाद
मामले की तह में जाने पर पता चला कि दोनों अधिकारियों के बीच पुराना तनाव चल रहा था. सूत्रों के अनुसार, झगड़े की वजह विभागीय निर्माण कार्य और क्रिकेट लीग के दौरान हुए विवाद को माना जा रहा है. क्रिकेट मैच के दौरान योगेंद्र मिश्रा को टीम में न खिलाए जाने पर उन्होंने कथित तौर पर पिच पर लेटकर मैच रोकने की धमकी दी थी. इसका वीडियो हाल ही में वायरल हुआ था, जिससे विभाग में हलचल मच गई थी.
ट्रांसफर को लेकर भी आरोप
हमले के बाद टीवी9 से बातचीत में योगेंद्र मिश्रा ने दावा किया कि उनके लखनऊ से काशीपुर ट्रांसफर के पीछे गौरव गर्ग और उनकी पत्नी, आईपीएस अधिकारी रवीना त्यागी का हाथ है. उन्होंने आरोप लगाया कि नियमों के खिलाफ मार्च में उनका ट्रांसफर हुआ और इसके पीछे व्यक्तिगत रंजिश थी.
सियासी रंग चढ़ा
इस पूरे घटनाक्रम पर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार को घेरा. उन्होंने कहा, "पहले पुलिस बनाम पुलिस था, अब अधिकारी बनाम अधिकारी हो गया है." अखिलेश यादव ने इस मामले में रवीना त्यागी का भी जिक्र किया और जांच की मांग की.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष पहुंचे अस्पताल
बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी घायल गौरव गर्ग से मिलने सिविल अस्पताल पहुंचे. उन्होंने घटना को दुर्भाग्यपूर्ण बताया और कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होगी. साथ ही उन्होंने अखिलेश यादव की टिप्पणी को ‘राजनीति करने का प्रयास’ बताया.


