हरदोई के नवोदय विद्यालय में बगावत! अव्यवस्था से तंग 78 छात्राओं ने खुद को कमरे में किया बंद, 18 की बिगड़ी तबीयत
हरदोई के नवोदय विद्यालय में अव्यवस्थाओं के खिलाफ छात्राओं का गुस्सा फूट पड़ा. बिजली, पानी, सफाई और खराब भोजन जैसी समस्याओं से परेशान होकर 78 छात्राओं ने खुद को एक कमरे में बंद कर लिया. विरोध के दौरान 18 छात्राएं बीमार हो गईं.

Hardoi Navodaya Vidyalaya: हरदोई के पिहानी क्षेत्र स्थित नवोदय विद्यालय में बुनियादी सुविधाओं की भारी कमी से नाराज होकर छात्राएं गुरुवार रात आंदोलन पर उतर आईं. बिजली, पानी, सफाई और भोजन की गुणवत्ता को लेकर लंबे समय से शिकायत कर रहीं छात्राओं ने आखिरकार 78 की संख्या में खुद को एक कमरे में बंद कर लिया. विरोध के दौरान 18 छात्राएं बीमार हो गईं, जिनमें से तीन की हालत गंभीर बताई जा रही है.
यह मामला उस वक्त और गंभीर हो गया जब बीमार छात्राओं को सीएचसी में भर्ती कराना पड़ा और प्रशासन को हरकत में आना पड़ा. जिलास्तरीय अधिकारी मौके पर पहुंचे और छात्राओं से बातचीत कर उन्हें शांत किया. इससे पहले लखीमपुर खीरी के नवोदय विद्यालय में भी ऐसा मामला सामने आ चुका है, जहां एसडीएस को हटाया गया था.
बिजली, पानी और सफाई की बदहाल व्यवस्था से छात्राएं परेशान
पिहानी के ग्राम इटारा स्थित नवोदय विद्यालय में छात्राएं लंबे समय से बिजली, पानी, सफाई और खाने की गुणवत्ता को लेकर प्रशासन से शिकायत करती आ रही थीं. भीषण गर्मी के बीच हॉस्टल में बार-बार बिजली का आना-जाना और जनरेटर का उपयोग न होना छात्राओं के लिए परेशानी का कारण बन गया.
छात्राओं ने बताया कि गर्मी और उमस से रात में नींद लेना मुश्किल हो गया था. जनरेटर चालू नहीं किया गया, जिससे स्थिति और बिगड़ गई. कार्यवाहक प्रधानाचार्य रमेश सिंह ने सफाई दी कि रात में बार-बार बिजली जाने की वजह से जनरेटर रात 12 बजे तक चलाया गया था.
चार घंटे तक बंद रहीं छात्राएं
गुरुवार रात कक्षा 10, 11 और 12 की छात्राओं ने सामूहिक रूप से खुद को एक कमरे में बंद कर लिया. प्रशासन के समझाने पर भी छात्राएं नहीं मानीं. आश्वासन के बाद चार घंटे बाद छात्राएं बाहर निकलीं, लेकिन कुछ देर बाद छह छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई और उन्हें सीएचसी ले जाया गया.
अचार-पूड़ी खाकर बिगड़ी तबीयत
शुक्रवार सुबह छात्राओं को अचार के साथ पूड़ी परोसी गई थी. छात्राओं का आरोप है कि पूड़ी अत्यधिक तैलीय थी, जिसे खाने के तुरंत बाद 16 छात्राओं की तबीयत बिगड़ गई. आनन-फानन में सभी को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (सीएचसी) भेजा गया, जहां तीन छात्राओं की स्थिति गंभीर होने पर मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया.
हरकत में आया प्रशासन
सूचना मिलते ही एडीएम प्रियंका सिंह, एसडीएम तान्या सिंह, बीडीओ अरुण कुमार और ब्लॉक प्रमुख कुशी बाजपेई सीएचसी पहुंचे. अधिकारियों ने छात्राओं से सीधे बातचीत कर समस्याएं सुनीं. छात्राओं ने विद्यालय प्रशासन पर मनमानी करने और समस्याओं की अनदेखी का आरोप लगाया. अधिकारियों ने उन्हें उचित कार्रवाई का भरोसा दिलाया.


