पटना में खौफनाक वारदात, घर में घुसकर मासूम भाई-बहन को जिंदा जलाया, दहशत में पूरा इलाका
पटना के जानीपुर में एक नर्स के दो मासूम बच्चों को उनके घर में जिंदा जला दिया गया, जिससे पूरे इलाके में सनसनी फैल गई है. पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है, जबकि इस घटना को लेकर राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप भी शुरू हो गए हैं.

बिहार की राजधानी पटना से इंसानियत को झकझोर देने वाली एक खौफनाक घटना सामने आई है. जानीपुर थाना क्षेत्र में दो मासूम बच्चों को उनके ही घर में जिंदा जला दिया गया. मृतक बच्चों की मां पटना एम्स में नर्स के पद पर कार्यरत हैं. घटना के बाद से पूरे इलाके में मातम पसरा है और लोगों में जबरदस्त आक्रोश है. बताया जा रहा है कि घर सुनसान इलाके में स्थित था और जिस वक्त ये वारदात हुई, उस समय बच्चों के माता-पिता वहां मौजूद नहीं थे. घटना की सूचना मिलते ही इलाके की कई थानों की पुलिस मौके पर पहुंची और जांच शुरू की गई.
स्कूल से लौटते ही मासूमों को जलाया गया
मृत बच्चों की पहचान अंजलि और अंश के रूप में हुई है. जानकारी के अनुसार, दोनों बच्चे स्कूल से घर लौटे थे, उसी के तुरंत बाद यह घटना घटित हुई. हालांकि अब तक बच्चों की मौत की सही वजह स्पष्ट नहीं हो पाई है. प्रारंभिक जांच में यह संदेह जताया जा रहा है कि यह कोई दुर्घटना नहीं, बल्कि किसी सोची-समझी साजिश का हिस्सा हो सकता है.
वीडियो में दिखा बर्बर मंजर
इस घटना से जुड़ा एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें एक बच्चे का शव बिस्तर पर पड़ा हुआ नजर आ रहा है और चेहरे पर कपड़ा बंधा हुआ है. इस दृश्य ने हर किसी को हिला कर रख दिया है. पुलिस अब इस मामले की तह तक जाने के लिए हर संभावित एंगल से जांच में जुट गई है.
घटना की सूचना मिलने में हुई देरी
स्थानीय लोगों का कहना है कि उन्हें घटना की जानकारी काफी देर से मिली, जिससे समय रहते कोई मदद नहीं पहुंच सकी. वहीं, परिजन गहरे सदमे में हैं और उनका रो-रोकर बुरा हाल है. आसपास के लोग पीड़ित परिवार को ढांढस बंधाने में लगे हैं, लेकिन पूरे क्षेत्र में डर और गुस्से का माहौल बना हुआ है.
तेजस्वी यादव ने सरकार पर साधा निशाना
इस वारदात को लेकर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने राज्य की कानून व्यवस्था पर सवाल उठाते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा- पटना में सत्ता संरक्षित अपराधियों ने घर में घुसकर नर्स के दो नाबालिग बेटों को जिंदा जलाया. अपराधियों के हौसले इतने बुलंद है कि अब घर, कार्यालय, अस्पताल कहीं कोई सुरक्षित नहीं. सीएम अचेत, बदमाश सचेत !
पुलिस जुटी जांच में, लेकिन सवाल कायम
फिलहाल पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए फोरेंसिक टीम को भी बुलाया है और पड़ताल शुरू कर दी है. हालांकि ये स्पष्ट नहीं हो सका है कि बच्चों की मौत आग से झुलसने से हुई या उन्हें पहले बेहोश कर फिर जलाया गया. पुलिस हर संभावना की जांच कर रही है लेकिन जवाबों से पहले सवालों की फेहरिस्त लंबी होती जा रही है.


