झांसी में तेज आंधी और बारिश का कहर: सैकड़ों तोतों की मौत से मचा हड़कंप
झांसी में आई तेज आंधी और बारिश के चलते बामौर क्षेत्र के सिंगार गांव में सैकड़ों तोतों की दुखद मौत हो गई. घटना की सूचना मिलने पर वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और मृत पक्षियों को एकत्र कर पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया. वहीं, घायल तोतों का इलाज पशु चिकित्सालय में किया जा रहा है.

झांसी जिले में बुधवार देर रात आई तेज आंधी और बारिश ने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया. कई स्थानों पर होर्डिंग्स के उखड़ने, बिजली के तार टूटने और आगजनी जैसी घटनाएं हुईं. हालांकि, सबसे हैरान करने वाली घटना बामौर वन रेंज के सिंगार गांव में सामने आई, जहां सैकड़ों तोते मृत पाए गए. ग्रामीणों के अनुसार, गांव के पास स्थित तालाब के किनारे बड़ी संख्या में तोते जमीन पर गिरे हुए थे. यह दृश्य देखकर ग्रामीणों में अफरा-तफरी मच गई और तुरंत वन विभाग को सूचना दी गई.
मौके पर पहुंची वन विभाग की टीम
वन विभाग की टीम मौके पर पहुंची और ग्रामीणों की मदद से मृत और घायल तोतों को इकट्ठा किया गया. जीवित व घायल पक्षियों को इलाज के लिए बामौर के पशु स्वास्थ्य केंद्र भेजा गया है. प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मंदिर के पास लगे पेड़ों पर बड़ी संख्या में तोते रहते थे, जो अचानक आई तेज आंधी और बारिश के कारण उड़ नहीं पाए और घायल हो गए.
झांसी में 100 से ज़्यादा तोते अचानक से मृत पाए गए.. अभी कारणों का पता नहीं चल पाया हैं. सभी मृत तोतो को गहरे गड्ढे मे दबाया गया। झाँसी में गुरसरांय थाना क्षेत्र के ग्राम सिंगार का मामला.#viralvideo #viral #parrot #parrotlover #jhansi #jhansinews pic.twitter.com/nFQK6tDNnt
— RAJKUMAR Yadav (@RAJKUMARYa27436) May 22, 2025
रेंजर अवधेश सिंह बुंदेला ने बताया कि प्राकृतिक आपदा के चलते यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई है. सभी मृत पक्षियों का पोस्टमार्टम कराया जा रहा है ताकि मौत के सही कारणों का पता चल सके. इसके बाद उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा.
मृत पक्षियों को किया जा रहा एकत्र
हालांकि अब यह सवाल उठ रहा है कि क्या केवल आंधी और बारिश ही इतनी बड़ी संख्या में तोतों की मौत का कारण हो सकते हैं, या इसके पीछे कोई अन्य पर्यावरणीय या जैविक कारण भी हैं. फिलहाल, वन विभाग की टीम गांव में निगरानी कर रही है और इधर-उधर बिखरे घायल या मृत पक्षियों को एकत्र किया जा रहा है.


