'IIT पटना में छात्र ने सातवीं मंज़िल से कूदकर दी जान, आत्महत्या से सनसनी! आखिर क्यों फूटा छात्रों का गुस्सा?'
IIT पटना के हॉस्टल की सातवीं मंज़िल से कूदकर एक B.Tech छात्र ने आत्महत्या कर ली. तेलंगाना का रहने वाला यह छात्र तीसरे वर्ष में पढ़ रहा था. घटना के बाद छात्रों में गुस्सा फूट पड़ा और कैंपस में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गया. पुलिस ने हालात संभालने के लिए अतिरिक्त बल तैनात किया. आखिर क्या थी इस आत्महत्या की वजह? पढ़ाई का दबाव, मानसिक तनाव या कुछ और? पूरी खबर पढ़ें और जानें इस दर्दनाक घटना की पूरी सच्चाई!

IIT Patna Suicide Sparks: IIT पटना के परिसर से एक बेहद दर्दनाक खबर सामने आई है. तेलंगाना के रहने वाले बी.टेक तृतीय वर्ष के एक छात्र ने हॉस्टल की सातवीं मंज़िल से कूदकर आत्महत्या कर ली. इस घटना के बाद संस्थान में हड़कंप मच गया और बड़ी संख्या में छात्र विरोध प्रदर्शन करने लगे. छात्रों ने इस आत्महत्या की विस्तृत जांच की मांग की है.
कैसे हुई घटना?
पुलिस के मुताबिक, यह घटना मंगलवार सुबह क़रीब 11:30 बजे की है. जब आईआईटी पटना थाने को इसकी सूचना मिली, तब तक काफी देर हो चुकी थी. आईआईटी पटना के निदेशक प्रो. टीएन सिंह ने बताया कि छात्र को हॉस्टल के पास खून से लथपथ हालत में पाया गया था. आनन-फानन में पुलिस ने उसे नेताजी सुभाष मेडिकल कॉलेज और अस्पताल ले जाया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया.
आईआईटी पटना के रजिस्ट्रार संजय कुमार ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि छात्र हॉस्टल की बालकनी से गिर गया, जिसके बाद उसे तुरंत अस्पताल पहुंचाया गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी.
आत्महत्या की वजह क्या थी?
फिलहाल, छात्र द्वारा यह कदम उठाने की असली वजह साफ़ नहीं हो पाई है. न ही कोई सुसाइड नोट मिला है. हालांकि, साथी छात्रों का कहना है कि इस घटना के पीछे पढ़ाई का दबाव, मानसिक तनाव या कोई व्यक्तिगत कारण हो सकता है. लेकिन जब तक पुलिस की जांच पूरी नहीं होती, कुछ भी कहना मुश्किल है.
छात्रों में गुस्सा, पुलिस को बुलाना पड़ा!
घटना की खबर फैलते ही पूरे आईआईटी पटना कैंपस में हड़कंप मच गया. बड़ी संख्या में छात्र एकत्र होकर विरोध प्रदर्शन करने लगे. छात्रों का कहना था कि संस्थान में मानसिक स्वास्थ्य से जुड़े मुद्दों को गंभीरता से नहीं लिया जाता, जिसकी वजह से यह घटना हुई. विरोध बढ़ता देख पुलिस को अतिरिक्त बल बुलाना पड़ा ताकि कानून व्यवस्था बनी रहे.
IIT में आत्महत्या के बढ़ते मामले!
देश के प्रतिष्ठित संस्थानों में आत्महत्या के मामलों में लगातार इज़ाफ़ा हो रहा है. पिछले कुछ सालों में आईआईटी और NIT जैसे संस्थानों में पढ़ाई के दबाव और मानसिक तनाव के चलते कई छात्रों ने आत्महत्या जैसा कदम उठाया है. इस घटना ने फिर से इस गंभीर मुद्दे को सामने ला दिया है.
अब सवाल यह उठता है कि क्या संस्थान छात्रों के मानसिक स्वास्थ्य को लेकर कोई ठोस कदम उठाएंगे? क्या इन बढ़ते आत्महत्या के मामलों को रोकने के लिए कोई सख्त नीति बनाई जाएगी?
फिलहाल, पुलिस मामले की जांच में जुटी है और छात्र के परिवार को भी सूचना दे दी गई है. उम्मीद है कि जल्द ही आत्महत्या के पीछे की असली वजह सामने आएगी.


