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सुरक्षा बलों की बड़ी कामयाबी, घाघरा में तीन नक्सली मार गिराए

झारखंड के गुमला जिले में शनिवार सुबह एक बड़ी मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने तीन नक्सलियों को मार गिराया. पुलिस के मुताबिक, ये मुठभेड़ घाघरा इलाके में हुई, जो नक्सली गतिविधियों के लिए जाना जाता है. यह ऑपरेशन सुरक्षा बलों की नक्सल विरोधी मुहिम के तहत चलाया गया था.

Deeksha Parmar
Edited By: Deeksha Parmar

झारखंड के गुमला जिले में शनिवार तड़के सुरक्षा बलों और नक्सलियों के बीच हुई मुठभेड़ में तीन नक्सलियों को ढेर कर दिया गया. यह एनकाउंटर घाघरा थाना क्षेत्र में हुआ, जो नक्सली गतिविधियों के लिए कुख्यात माना जाता है. ऑपरेशन अभी भी जारी है और इलाके में सघन सर्च अभियान चलाया जा रहा है.

पुलिस के अनुसार, मारे गए नक्सली झारखंड जन मुक्ति परिषद (JJMP) से जुड़े थे, जो प्रतिबंधित संगठन CPI (माओवादी) का एक धड़ा है. झारखंड पुलिस के ऑपरेशन्स विंग के इंस्पेक्टर जनरल माइकल एस. राज ने मुठभेड़ की पुष्टि की और कहा कि जब तक कॉम्बिंग ऑपरेशन खत्म नहीं हो जाता, तब तक विस्तृत जानकारी साझा नहीं की जा सकेगी.

खुफिया इनपुट पर शुरू हुआ ऑपरेशन

इस संयुक्त ऑपरेशन में झारखंड पुलिस और सीआरपीएफ के जवान शामिल थे. खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि क्षेत्र में हथियारबंद नक्सलियों की आवाजाही हो रही है. इसी सूचना पर कार्रवाई करते हुए सुरक्षा बलों ने घेराबंदी की, लेकिन नक्सलियों ने फायरिंग शुरू कर दी. जवाबी कार्रवाई में तीन नक्सली मारे गए. गौर करने वाली बात यह है कि इस मुठभेड़ में सुरक्षाबलों को कोई नुकसान नहीं हुआ है.

10 दिन पहले भी हुआ था बड़ा एनकाउंटर

यह मुठभेड़ ऐसे समय पर हुई है जब ठीक 10 दिन पहले, 16 जुलाई को, झारखंड के बोकारो जिले में एक और बड़ी मुठभेड़ हुई थी. बिरहोडेरा जंगल में हुए उस ऑपरेशन में ₹5 लाख के इनामी माओवादी समेत एक सीआरपीएफ जवान मारे गए थे. अफसोस की बात यह रही कि गोलीबारी की चपेट में आकर एक निर्दोष नागरिक की भी जान चली गई थी, जिसे पहले माओवादी समझा गया था.

घट रही है माओवादी पकड़

झारखंड पुलिस और केंद्रीय अर्धसैनिक बलों ने पिछले कुछ महीनों में राज्यभर में नक्सल विरोधी अभियान तेज कर दिए हैं. खासकर लातेहार, लोहरदगा, गुमला और चतरा जैसे जिलों में मुठभेड़ लगातार हो रही हैं. इन ऑपरेशनों में भारी मात्रा में हथियार, गोला-बारूद और माओवादी साहित्य बरामद हुआ है, जिससे यह संकेत मिलता है कि नक्सली संगठन अभी भी भर्ती और प्रचार में सक्रिय हैं.

जवाबी कार्रवाई से डर

गुमला ऑपरेशन के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने आशंका जताई है कि नक्सली जवाबी हमला कर सकते हैं. इसी को देखते हुए इलाके में गश्त बढ़ा दी गई है और पुलिस लगातार ग्रामीणों से संपर्क बनाए हुए है. झारखंड में यह ताजा मुठभेड़ नक्सलियों के खिलाफ चल रहे व्यापक अभियान की बड़ी सफलता मानी जा रही है. अधिकारियों के मुताबिक, “सतत दबाव और सटीक खुफिया जानकारी के सहारे ही हम माओवादी गढ़ों को खत्म कर सकते हैं.”

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26 July 2025, 01:48 PM IST

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