किसी के कटे, किसी के पैर, जानिए छत्तीसगढ़ ट्रेन हादसे को लेकर चश्मदीदों ने क्या-क्या बताया
छत्तीसगढ़ में बिलासपुर में एक लोकल यात्री ट्रेन तेज रफ्तार में चल रही मालगाड़ी से जा टकराई, जिससे कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 14 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए.

छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास एक लोकल यात्री ट्रेन तेज रफ्तार में चल रही मालगाड़ी से जा टकराई, जिससे कम से कम छह लोगों की मौत हो गई और 14 यात्री गंभीर रूप से घायल हो गए. राहत व बचाव दल के अनुसार मृतकों की संख्या बढ़ने की संभावना है. हादसा शाम करीब चार बजे गतौरा और बिलासपुर रेलवे स्टेशन के बीच हुआ, जब कोरबा जिले के गेवरा से बिलासपुर आ रही लोकल ट्रेन ने आगे चल रही मालगाड़ी को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी.
प्रत्यक्षदर्शियों ने क्या कहा?
टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि कई डिब्बे एक-दूसरे के ऊपर चढ़ गए और कुछ पटरी से उतर गए. प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि हादसे के बाद कोच के अंदर चीख-पुकार मच गई. एक घायल महिला ने बताया कि मैं उस डिब्बे में थी जो मालगाड़ी के ऊपर चढ़ गया था. मेरा पैर सीट के नीचे फंस गया था, बचाव दल ने मुझे बड़ी मुश्किल से बाहर निकाला. एक अन्य यात्री ने बताया कि हादसे में कुछ लोग मौके पर ही दम तोड़ चुके थे.
अधिकारियों ने बताया कि लोकल ट्रेन की पहली बोगी मालगाड़ी की अंतिम बोगी के ऊपर चढ़ गई, जिससे डिब्बे पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गए. राहत और बचाव कार्य तुरंत शुरू कर दिया गया. रेलवे, जिला प्रशासन और पुलिस की टीमें मौके पर पहुंचीं और घायल यात्रियों को नजदीकी अस्पतालों में भर्ती कराया गया.
पीड़ितों को मुआवजा
हादसे के बाद रेलवे ने मृतकों के परिजनों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायलों को 5 लाख रुपये और सामान्य घायलों को 1 लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने की घोषणा की है. रेलवे सुरक्षा आयुक्त इस दुर्घटना की जांच करेंगे ताकि कारणों का पता लगाकर सुधारात्मक कदम उठाए जा सकें. यात्रियों और परिजनों की सहायता के लिए हेल्पलाइन नंबर भी जारी किए गए हैं.
छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने इस हादसे पर गहरा दुख व्यक्त किया है. उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा कि बिलासपुर के पास ट्रेन दुर्घटना अत्यंत दुखद है. जिला प्रशासन को राहत और बचाव कार्य में पूरी तत्परता बरतने के निर्देश दिए गए हैं. राज्य सरकार इस कठिन समय में प्रभावित परिवारों के साथ खड़ी है और घायलों को हरसंभव चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा रही है.
यह हादसा न केवल रेल सुरक्षा पर सवाल खड़ा करता है बल्कि यह भी याद दिलाता है कि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए रेलवे को अपने सिस्टम में और सुधार की आवश्यकता है.


