मुंबई : दमकल विभाग की भर्ती में हंगामा, महिला उम्मीदवारों पर बरसाई लाठियां
मुंबई में उस समय अफरातफरी मच गई जब दमकल विभाग के भर्ती के दौरान कुछ महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया और उन्हें शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा।
मुंबई में उस समय अफरातफरी मच गई जब दमकल विभाग के भर्ती के दौरान कुछ महिलाओं ने हंगामा शुरू कर दिया और उन्हें शांत करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। दरअसल मुंबई के दहिसर में फायर ब्रिगेड का भर्ती अभियान चल रहा था जहां बड़ी संख्या में महिला उम्मीदवार जुटीं थीं। लेकिन महिलाओं के लिए इस भर्ती अभियान में कई युवा महिला उम्मीदवारों आक्रोशित हो गई और उन्होंने भर्ती प्रक्रिया का विरोध करना शुरू कर दिया। महिलाओं को तय सीमा के अनुरूप उनकी लबाई न होने के कारण अयोग्य घोषित कर दिया गया था। नगर निगम की तरफ से निर्धारित न्यूनतम ऊंचाई सीमा से अधिक लंबा होने के बावजूद कई युवतियों को भर्ती प्रक्रिया से अयोग्य घोषित कर दिया गया था। अयोग्यता करार देने की वजह से कई महिलाओं ने इसका जोरदार विरोध किया और आरोप लगाते हुए नारेबाजी भी शुरू कर दी। ऐसे में पूरी भर्ती प्रक्रिया में खलल पड़ गया। प्रदर्शनकारी महिलाओं को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठियां चलानी पड़ीं। प्रदर्शनकारियों ने मांग की थी कि भर्ती प्रक्रिया को रद्द कर दिया जाए और आरोप लगाया कि अधिकारियों ने भर्ती अभियान के दौरान उनसे अभद्रता भरे सवाल किए।
उम्मीदवारों ने दावा किया कि उनके साथ पुलिस ने हाथापाई के दौरान उनके सिर पर भी वार किया। उन्होंने कहा कि अग्निशमन विभाग की ओर से निर्धारित 162 सेंटीमीटर की न्यूनतम ऊंचाई की जरूरत से अधिक लंबा होने के बावजूद उन्हें भर्ती प्रक्रिया से गलत तरीके से अयोग्य ठहराया गया था। युवा महिला उम्मीदवारों ने दो दिन से मुंबई में डेरा डाला था और वे भर्ती प्रक्रिया के लिए प्रदेश के अलग-अलग हिस्सों से जुटी थीं। पुरुष और महिला दोनों वर्ग के लिए दहिसर स्थित फायर ब्रिगेड सेंटर में शनिवार सुबह से भर्ती प्रक्रिया चल रही थी। अब लड़कियों के हंगामे को देखते हुए दहिसर इलाके में भारी पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।
बता दें कि मुंबई नगर निगम फायर ब्रिगेड में 910 रिक्तियों के लिए भर्ती प्रक्रिया आयोजित कर रहा है। ये भर्ती प्रक्रिया 13 जनवरी से शुरू हो चुकी है। चार फरवरी, 2023 भर्ती प्रक्रिया के लिए आवेदन स्वीकार करने की आखिरी तारीख थी।