दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट का कहर, पहली मौत से मचा हड़कंप
देशभर में कोरोना के मामले फिर बढ़ने लगे हैं. बीते सप्ताह 2 हजार से ज्यादा एक्टिव केस सामने आए. दिल्ली में नए वेरिएंट से पहली मौत हुई है, जहां 60 वर्षीय महिला ने दम तोड़ा. केरल और अन्य राज्यों में भी संक्रमण तेज़ी से फैल रहा है. WHO सतर्क, पर चिंतित नहीं.

देश में एक बार फिर कोरोना वायरस ने रफ्तार पकड़ ली है. पिछले कुछ हफ्तों से धीरे-धीरे बढ़ते मामलों ने अब चिंता की लकीरें खींचनी शुरू कर दी हैं. बीते 24 घंटे में देशभर में 511 नए कोरोना संक्रमित मरीज मिले हैं और सात लोगों की मौत हुई है. एक्टिव केस की संख्या अब बढ़कर 2710 हो चुकी है. हालांकि, राहत की बात यह है कि अधिकतर मामलों में लक्षण हल्के ही हैं, लेकिन दिल्ली-एनसीआर समेत कई इलाकों में संक्रमण की बढ़ती रफ्तार ने स्वास्थ्य महकमे को अलर्ट कर दिया है.
राजधानी दिल्ली में कोरोना के नए वेरिएंट से पहली मौत दर्ज की गई है. 60 साल की एक महिला की संक्रमण के चलते मौत हो गई है. जानकारी के मुताबिक महिला पहले से ही कई अन्य बीमारियों से जूझ रही थी. इसी के साथ राजधानी में कोरोना से मौत का यह ताजा मामला लोगों में डर का कारण बन गया है. दिल्ली में पिछले 24 घंटे में 56 नए केस मिले हैं और एक्टिव मरीजों की संख्या 200 के पार पहुंच चुकी है.
दिल्ली-एनसीआर में बढ़ रहे केस
दिल्ली से सटे नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम में भी कोरोना के केस लगातार बढ़ रहे हैं. शुक्रवार को गुरुग्राम में तीन नए मरीज मिले, जबकि पिछले दस दिनों में जिले में 16 संक्रमित सामने आ चुके हैं. दिल्ली सरकार ने भी टेस्टिंग की संख्या बढ़ा दी है और अस्पतालों को अलर्ट पर रखा गया है. मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बताया कि दिल्ली के अस्पतालों में अभी 19 मरीज भर्ती हैं और स्थिति नियंत्रण में है. लेकिन स्वास्थ्य विभाग पूरी सतर्कता बरत रहा है.
महाराष्ट्र और केरल में सबसे ज्यादा केस
देश में सबसे ज्यादा एक्टिव केस केरल में हैं, जहां 727 मरीज इलाजरत हैं. वहीं महाराष्ट्र में शुक्रवार को 84 नए केस दर्ज किए गए हैं और अब तक छह लोगों की मौत हो चुकी है. राजस्थान में 24 घंटे में 15 नए केस आए हैं. कुल मिलाकर देश में इस साल जनवरी 2025 से अब तक 1170 लोग ठीक हो चुके हैं. हालांकि बढ़ते मामलों को देखते हुए सतर्कता जरूरी हो गई है.
WHO ने वेरिएंट को बताया निगरानी योग्य
बढ़ते मामलों के बीच देश में कोरोना के चार नए वेरिएंट मिले हैं, जिनमें ओमिक्रॉन JN वेरिएंट LF7 प्रमुख है. वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन (WHO) ने इन वेरिएंट्स को फिलहाल चिंताजनक नहीं माना है, लेकिन इन्हें निगरानी योग्य श्रेणी में रखा है. विशेषज्ञों का मानना है कि स्थिति अभी गंभीर नहीं है, लेकिन लापरवाही भारी पड़ सकती है.
संक्रमण से बचने के लिए सावधानी ज़रूरी
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों से अपील की है कि मास्क पहनना, हाथ धोना और भीड़भाड़ से बचना अब भी उतना ही जरूरी है. खासकर बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को अतिरिक्त सतर्क रहने की सलाह दी गई है. केंद्र सरकार ने राज्यों से टेस्टिंग और ट्रैकिंग बढ़ाने के निर्देश जारी किए हैं.


