बिट्टू का गंभीर आरोप: अमृतपाल सिंह के संगठन से है मेरी जान को खतरा
केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने हाल ही में सांसद अमृतपाल सिंह के नेतृत्व में सक्रिय संगठन 'वारिस पंजाब दे' पर गंभीर आरोप लगाए हैं. उनका कहना है कि इस संगठन से जुड़े कुछ खालिस्तान समर्थक उनकी और अन्य पंजाबी नेताओं की हत्या की साजिश रच रहे थे. मंत्री बिट्टू का यह भी दावा है कि सोशल मीडिया पर वायरल हुए व्हाट्सएप चैट के कुछ स्क्रीनशॉट्स में इस साजिश के स्पष्ट संकेत मिले हैं.

केंद्रीय मंत्री रवनीत सिंह बिट्टू ने हाल ही में खालिस्तान समर्थक संगठन 'वारिस पंजाब दे' के खिलाफ गंभीर आरोप लगाए हैं. उन्होंने दावा किया कि इस संगठन के कुछ सदस्य उनकी और पंजाब के अन्य नेताओं की हत्या की साजिश रच रहे हैं. बिट्टू ने यह आरोप सोशल मीडिया पर लीक हुए व्हाट्सएप चैट के स्क्रीनशॉट्स के आधार पर लगाया है. इन चैट्स में खालिस्तान समर्थक उनके और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह पर हमले की योजना बना रहे थे.
राज्य की शांति के लिए बेअंत सिंह ने दी थी जान
बिट्टू ने इस साजिश को राज्य की शांति और सुरक्षा के लिए खतरा बताया है. उन्होंने चेतावनी दी कि ऐसे समूहों की गतिविधियाँ पंजाब को अस्थिरता की ओर धकेल रही हैं. उन्होंने यह भी कहा कि उनके दादा, पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह ने राज्य की शांति के लिए अपनी जान दी थी और वह किसी भी आतंकवादी धमकी से डरने वाले नहीं हैं.
अमृतपाल सिंह 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख
अमृतपाल सिंह 'वारिस पंजाब दे' के प्रमुख हैं. अमृतपाल को 23 अप्रैल 2023 को मोगा जिले के रोडे गांव से गिरफ्तार किया गया था. उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (NSA) के तहत हिरासत में लिया गया था. हाल ही में उनकी हिरासत एक साल के लिए बढ़ा दी गई है. उनके खिलाफ कार्रवाई का कारण 23 फरवरी 2023 को अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन पर हुआ हिंसक हमला था, जिसमें उनके समर्थकों ने पुलिस स्टेशन पर हमला किया था.
साजिश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग
रवनीत सिंह बिट्टू ने इस साजिश के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है और कहा है कि पंजाब को फिर से अंधकार में नहीं जाने दिया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि इस साजिश के पीछे जो लोग हैं, उन्हें इसके परिणाम भुगतने होंगे.