फिल्म के सिलसिले में मुझे भी बुलाया... इस मराठी एक्ट्रेस से भी रोहित आर्य ने किया था संपर्क, सामने आई वाट्सऐप चैट
मुंबई के पवई होस्टेज कांड में रोहित आर्य ने 17 बच्चों, दो महिलाओं और एक बुजुर्ग को बंधक बनाया. मराठी एक्ट्रेस रुचिता जाधव ने बताया कि रोहित ने उन्हें भी फिल्म के बहाने मिलने के लिए बुलाया था, लेकिन पारिवारिक कारणों से वह नहीं गईं.

महाराष्ट्र : मुंबई के पवई इलाके में गुरुवार को हुए चौंकाने वाले होस्टेज कांड ने पूरे शहर को हिलाकर रख दिया. मराठी फिल्मों की जानी-मानी एक्ट्रेस रुचिता जाधव ने बताया कि आरोपी रोहित आर्य ने उन्हें कुछ दिन पहले अपनी फिल्म के सिलसिले में बुलाया था. उन्होंने इस बात का स्क्रीनशॉट सोशल मीडिया पर शेयर किया. रुचिता ने भावुक पोस्ट में लिखा कि अगर वह उस दिन मीटिंग के लिए गई होतीं, तो उनकी भी सुरक्षा खतरे में पड़ सकती थी.
रोहित आर्य की धमकी और फिल्म का झूठा बहाना
रोहित आर्य का गुस्सा और उसके आरोप
पुराने रिकॉर्ड बताते हैं कि रोहित आर्य महाराष्ट्र सरकार पर अपनी कॉन्सेप्ट और फिल्म चुराने का आरोप लगा रहा था. उसका कहना था कि ‘माझी शाला, सुंदर शाला’ प्रोजेक्ट और फिल्म 'Let’s Change' उसके विचारों पर आधारित थी. सरकार ने न तो उसे क्रेडिट दिया और न 2 करोड़ रुपये की बकाया रकम का भुगतान किया. इसके विरोध में रोहित ने शिक्षा विभाग और तत्कालीन मंत्री दीपक केसरकर के खिलाफ प्रदर्शन और एक महीने तक अनशन भी किया था.
पवई होस्टेज कांड की घटना
गुरुवार दोपहर रोहित आर्य ने पवई स्थित आरए स्टूडियो में 17 बच्चों, दो महिलाओं और एक बुजुर्ग को बंधक बना लिया. मुंबई पुलिस की क्विक रिस्पॉन्स टीम (QRT) ने घंटों के ऑपरेशन के बाद सभी को सुरक्षित बाहर निकाला. इस दौरान रोहित मुठभेड़ में मारा गया. रुचिता जाधव की पोस्ट ने लोगों में यह सवाल भी उठाया कि क्या रोहित ने पहले उन्हें भी बंधक बनाने की कोशिश की होती.
सुरक्षा और सतर्कता का संदेश
रुचिता ने अपनी पोस्ट में लिखा कि इस घटना ने उन्हें हमेशा याद दिलाया कि किसी नए व्यक्ति से मिलने से पहले सावधानी बरतनी चाहिए और अपने परिवार या दोस्तों को इस बात की जानकारी जरूर देनी चाहिए. उन्होंने यह भी कहा कि भगवान और उनके परिवार का शुक्र है जिन्होंने उन्हें उस दिन बाहर जाने से रोका, अन्यथा परिणाम भयानक हो सकता था.


