लालू की राह छोड़ी, अखिलेश का दामन थामा, तेज प्रताप का नया सियासी दांव
बुधवार को पटना में उस वक्त हलचल मच गई, जब आरजेडी और अपने परिवार से निष्कासित तेज प्रताप यादव अचानक समाजवादी पार्टी के दफ्तर पहुंचे. अब हर तरफ यही चर्चा है कि क्या अखिलेश यादव, लालू यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप को नया राजनीतिक ठिकाना देंगे? यह सियासी ड्रामा क्या नया मोड़ लेगा, सबकी निगाहें इस पर टिकी हैं.
बिहार की राजनीति एक बार फिर से सुर्खियों में है, और इस बार केंद्र में हैं लालू प्रसाद यादव के बड़े बेटे तेज प्रताप यादव. कभी ‘कन्हैया’ के नाम से लोकप्रिय रहे तेज प्रताप अब खुद को एक स्वतंत्र राजनीतिक शक्ति के रूप में स्थापित करने की कोशिश कर रहे हैं. हाल ही में उन्होंने ऐसा कदम उठाया है जिसने राज्य की सियासी में हलचल मचा दी है. तेज प्रताप न केवल अपने बयानों से, बल्कि अपने कार्यशैली से भी यह जताने की कोशिश कर रहे हैं कि वह पारंपरिक राजनीतिक ढांचे से अलग सोच रखते हैं. उनके इस नए तेवर को देखकर राजनीतिक विश्लेषक इसे सत्ता संतुलन में बदलाव की आहट मान रहे हैं. क्या यह कदम सिर्फ पब्लिसिटी स्टंट है या फिर तेज प्रताप सच में एक नई राजनीति की शुरुआत कर रहे हैं यह आने वाला वक्त बताएगा.


